बुरहानपुर। कोरोना काल में अधिकांश लोगों के रोजगार छिन गए. लघु उद्योग बंद होने से सैकड़ों महिलाओं ने तंगहाली के चलते समूह लोन उठाए. अब ये महिलाएं आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोन की किस्त नहीं भर पा रही हैं. ऐसे में फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी उन्हें लोन की किस्त वसूली के लिए परेशान कर रहे हैं. आरोप है कि ये कर्मचारी अब अभद्रता पर उतारू हैं. परेशान होकर 600 से ज्यादा महिलाएं कलेक्टर भव्या मित्तल की शरण में पहुंची, लेकिन कलेक्टर से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
कर्मचारी घर पर आकर करतें हैं अभद्रता
महिलाओं के साथ कांग्रेस पूर्व जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी सहित युवा नेता हर्षित सिंह ठाकुर भी पहुंचे. उन्होंने माइक्रो फाइनेंस कंपनी पर शिकंजा कसने व महिलाओं ने लोन माफ करने की भी मांग की है. आजाद नगर निवासी शाहिस्ता बनो ने बताया "हमने समूह लोन लिया है. हमारे परिजन पावरलूम उद्योग से जुड़े हैं, लेकिन पावरलूम उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इसलिए किस्त नही भर पा रहे हैं. कर्मचारी घर आकर अभद्रता कर अपशब्द कह रहे हैं."
कांग्रेस नेताओं ने की कर्ज माफी की मांग
कांग्रेस के युवा नेता हर्षित सिंह ठाकुर ने कहा "भाजपा सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है, लेकिन महिलाओं को कमजोर करने की नीति अपनाई जा रही है. माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से लोन बांटे गए. इसकी वसूली के लिए महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है, उनसे अभद्रता हो रही है, जो अनुचित है. हम प्रशासन व सरकार से महिलाओं का लोन माफ करने की मांग करते हैं, ताकि उन्हें कर्ज माफी से राहत मिल सके."