नई दिल्ली: इंडियन रेलवे का नया डिवीजन रायगडा रेलवे डिवीजन चालू हो गया है. ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) के अंतर्गत यह डिवीजन देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने में योगदान देने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नई दिल्ली से वर्चुअल तरीके से इसका उद्घाटन किया था.
रायगडा रेलवे डिवीजन को पहला डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) भी मिल गया. इंडियन रेलवे ने कुशल अधिकारी अमिताभ सिंघल को रायगडा रेलवे डिवीजन का पहला डीआरएम नियुक्त किया है. सिंघल ने अपना कार्यभार संभाल लिया है.
सिंघल की नियुक्ति नए डिवीजन क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगी. साथ ही डिवीजनल मुख्यालय के तेजी से क्रियान्वयन और इन क्षेत्रों में रेलवे के बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास को सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
अमिताभ सिंघल के नेतृत्व में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, कनेक्टिविटी में सुधार करने और रोजगार के अवसर पैदा करने में परिवर्तनकारी भूमिका निभाने की उम्मीद है, खासकर दक्षिण ओडिशा के आदिवासी क्षेत्र में.
कौन हैं अमिताभ सिंघल
अमिताभ सिंघल का प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड है. एनआईटी त्रिची से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक सिंघल 1999 में सहायक डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में भारतीय रेलवे में शामिल हुए. उन्होंने तब से कई प्रमुख परियोजनाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन-18) के डिजाइन, निर्माण और कमीशनिंग के साथ-साथ रेलवे विद्युतीकरण में नवाचार शामिल हैं.
रायगडा रेलवे डिवीजन का अधिकार क्षेत्र
रायगडा रेलवे डिवीजन का गठन रेलवे नेटवर्क के विकास में तेजी लाने की पहल का हिस्सा है, खासकर ओडिशा के दक्षिणी जिलों में. यह डिवीजन रायगडा, कोरापुट, गजपति, नबरंगपुर, मलकानगिरी और कालाहांडी के आदिवासी और आकांक्षी जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे इन पिछड़े क्षेत्रों में तेजी से बदलाव आने की उम्मीद है.
रायगडा रेलवे डिवीजन क्षेत्र के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान दे सकता है, जो ओडिशा को यात्रा और आर्थिक गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा. इससे कोरापुट के कॉफी और हल्दी जैसे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी, जिन्हें व्यापक बाजार और विस्तार के अधिक अवसर मिलेंगे.
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