मुंबई: ईवी निर्माता ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन, मिस लीडिंग एडवरटाइजमेंट और अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस के संबंध में कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है. 15 दिन की समय सीमा के भीतर जवाब दाखिल करेगी.
इन वजहों से मिला कारण बताओ नोटिस
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि कारण बताओ नोटिस का फिलहाल कंपनी की वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसने आगे सुझाव दिया कि सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी द्वारा जारी किया गया कारण बताओ नोटिस कोई दंड या वित्तीय जुर्माना नहीं लगाता है.
15 दिन में जवाब
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिनों की समयसीमा दी है. कंपनी दिए गए समयसीमा के भीतर सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी को जवाब देगी.
शेयरों में दिखी गिरावट
इस खबर के बाद सुबह में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयर 6.18 फीसदी गिरकर 85.21 रुपये के निचले स्तर पर आ गए थे. लेकिन बाद में शेयर रिकवरी मोड में आ गए. हाल ही में शुरू हुए इस शेयर में 20 अगस्त को 157.53 रुपये के अपने उच्चतम स्तर से 46 फीसदी की गिरावट आई है.
ओला को लेकर एक्स पर छिड़ी बहस
यह शेयर हाल ही में संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल और कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच एक्स पर तीखी बहस के कारण चर्चा में रहा था. यह बहस ओला ईवी स्कूटर की सर्विस से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित थी.