भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. बीजेपी ने लंबे विचार मंथन के बाद जिन चार नामों को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है उनमें मध्यप्रदेश से ही डॉ. ए मुरुगन के अलावा उमेश नाथ महाराज, श्रीमती माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर के नाम हैं. एमपी में राज्यसभा की पांच सीटें खाली हो रही हैं जिनमें से चार सीटें बीजेपी के खाते में और एक सीट कांग्रेस के हिस्से जाएगी.
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भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने मध्य प्रदेश और ओडिशा में होने वाले आगामी राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव हेतु निम्नलिखित नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। pic.twitter.com/qQYGhZXrs5
— BJP Madhya Pradesh (@BJP4MP) February 14, 2024
एमपी से राज्यसभा में रहेंगे केन्द्रीय मंत्री मुरुगन
केन्द्रीय मंत्री एल मुरुगन पहले भी एमपी के कोटे से ही राज्यसभा में हैं. तमिलनाडू से आने वाले मुरुगन इस बार भी एमपी से ही संसद में रहेंगे. बीजेपी ने उन्हें दुबारा मौका दिया है. हालांकि पार्टी ने इस बार राज्यसभा में नए चेहरों को तरजीह दी है. इस लिहाज से मुरुगन उन चुनिंदा नेताओं में से है जिन्हें दुबारा राज्यसभा भेजने का फैसला पार्टी ने लिया है.
राज्यसभा में नए चेहरों को मौका
कांग्रेस में एक सीट पर राज्यसभा उम्मीदवार के लिए अब भी मंथन है. लेकिन बीजेपी ने बढ़त बनाते हुए चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. जिन नामों को राज्यसभा भेजने के लिए पार्टी ने चुना है उनमें पार्टी ने गुर्जर समाज के साथ महिला को भी प्रतिनिधित्व दिया है. इस बात का भी पार्टी ने विचार किया है कि जो लंबे समय तक पार्टी संगठन का मजबूती से काम करते रहे हैं, राज्यसभा के जरिए उन्हे भेजा जाए. बंशीलाल गुर्जर किसान राजनीति में बीजेपी का महत्वपूर्ण चेहरा हैं. लंबे समय से पार्टी संगठन के विभिन्न पदों पर अपनी जवाबदारी सभाले रहे बंशीलाल गुर्जर का नाम मंदसौर लोकसआ और विधानसभा एन वक्त पर गुटबाजी की वजह से कट गया. लेकिन आखिरकार पार्टी ने उनकी मेहनत को नवाज ही दिया. इनके अलावा उमेश नाथ महाराज भी एमपी से ही राज्यसभा भेजे जा रहे हैं जो एकदम नया चेहरा हैं.
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छोटे ब्रेक के बाद महिला को मौका.....फिर माया ही जाएंगी संसद
एमपी से माया सिंह राज्यसभा सांसद रहीं थीं. उनके बाद जिन महिला को मौका मिला है उनमें बीजेपी महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष रहीं माया नारोलिया को ये राज्यसभा भेजने का पार्टी ने फैसला लिया गया है और एक तरह से ये संदेश भी दिया है कि बीजेपी आधी आबादी को सत्ता में पूरी भागीदारी देने की पक्षधर है. इससे पहले 2022 में जबलपुर से कविता पाटीदार को बीजेपी ने राज्यसभा भेजा था. कविता काफी लो-प्रोफाइल कैंडिडेट थी और काफी चर्चाओं में भी रही थीं.