लखनऊ:उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता योगी सरकार के कुशासन से त्राहि त्राहि कर रही है. जनता से जुड़े हर मुद्दे पर पूरी तरह से विफल हो चुकी येागी सरकार कांग्रेस के विधान सभा घेराव के कार्यक्रम से डर गई है. मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया है कि जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करे कि कुछ भी करना पड़े पर कोई कांग्रेस का कार्यकर्ता घर से निकल कर लखनऊ नहीं पहुंच पाए. जिन जिलों से कांग्रेसी कार्यकर्ता लखनऊ पहुंचेंगे वहां के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इस निर्देश के कारण जिलों में पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं को धमकी देना और आतंकित करना शुरू कर दिया है.
पुलिस के माध्यम से कार्यकर्ताओं पर बना रहे दबाव:अजय राय ने कहा कि योगी आदित्यनाथ वो दिन भूल गए, जब इसी पुलिस के भय के कारण वह संसद में फूट-फूट कर से रोए थे और तब सभी ने उनका साथ दिया था. आज मुख्यमंत्री के पद पर बैठ कर वो उसी पुलिस के बल पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आतंकित कर रहे है. हजारों मुकदमे लगा रहे हैं.लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलते हुए धारना प्रदर्शन,आंदोलन और घेराव रोक रहे है. राय ने कहा कि भाजपा भूल गई है कि पहली बार वो आंदोलनों के दम पर ही सत्ता में आई थी. ये भी भूल रही है कि 2027 में फिर सत्ता में नहीं रहेगी तब वो आज जो कर रही है, वहीं सब और वही पुलिस के तरीके उसके सामने होंगे.
लोकतंत्र की हत्या बर्दाश्त नहीं करेगी कांग्रेसःप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मेरी चेतावनी है कि मेरे किसी कार्यकर्ता को न रोका जाए. हम गांधीवादी दल है और आंदोलन की मर्यादा जानते है. भारत में अभी पूरी तरह फांसीवाद नहीं आया है बल्कि लोकतंत्र है. इसलिए लोकतंत्र की हत्या का कोई प्रयास कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी. जब हम अंग्रेजों से नहीं डरे तो अंग्रेजों के मुखबिरों और दलालों से क्या डरेंगे. अजय राय ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि कुछ भी करो पर लखनऊ पहुंचो. विधानसभा घेर कर सरकार को आईना दिखाना है कि उसका जंगल राज अब बर्दाश्त नहीं है. यदि कहीं ऐसी स्थिति आ जाए कि पुलिस बल ताकत का इस्तेमाल कर आप को लखनऊ ना आने दे तो वहीं धरना देकर बैठ जाओ और पुलिस से कहिए कि या तो हमे जाने दे या फिर जेल भेजे.
पुलिस अधिकारियों को दी चेतावनीःअजय राय ने पुलिस अधिकारियों को भी चेतावनी कि वो अपनी मर्यादा में रहे और सरकार के दबाव में लोकतंत्र की हत्या न करे. शांति से आंदोलन करना राजनीति दल का अधिकार है और ये सत्ता तथा कांग्रेस की लड़ाई है. इसको कांग्रेस और पुलिस की लड़ाई न बनाए. वरना याद रखे कि 2027 में हम सत्ता में आ रहे हैं और कार्यकर्ताओं पर जुल्म करने वाले एक एक अधिकारी का नाम नोट कर के रखेंगे और तब हिसाब करेंगे. राय ने कहा कि पतन इससे ज्यादा क्या होगा कि आयकर और ईडी लोगों पर दबाव बना कर विपक्षी दलों के नेताओं भाजपा में शामिल करा रही है और लोगों को आत्महत्या करने को मजबूर कर रही है.