कुल्लू:सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा का खास महत्व है. पूर्णिमा के दिन व्रत, दान और स्नान का विशेष महत्व माना गया है. वहीं, इस बार जनवरी मास के 25 तारीख को पौष पूर्णिमा का आयोजन किया जाएगा. इस दिन श्रद्धालु दान पुण्य कर भगवान श्री विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान सूर्य देव का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं. पौष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पौष पूर्णिमा कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार 24 जनवरी की रात 9:24 से 25 जनवरी रात 11:23 तक पूर्णिमा तिथि रहेगी और उदया तिथि के चलते 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा मनाई जाएगी.
पौष पूर्णिमा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और उसी दिन अभिजीत मुहूर्त भी दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा है. इसके अलावा इसी दिन पुनर्वसु नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और गुरु पुष्य योग का भी अद्भुत संयोग बन रहा है. कहा जाता है कि इस शुभ योग में पुण्य और धार्मिक कार्य करने से भक्त को शुभ फल की प्राप्ति होती है.