धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से तैयार किया गया मास्टर ट्रेनर प्लान अब सूबे के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेगा. प्रशिक्षण का पहला बैच साइंस ग्रुप के अध्यापकों के रूप में 2 से 7 दिसंबर तक बैठेगा, जबकि दूसरा बैच 9 से 19 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान शिक्षकों को शिक्षा बोर्ड के मास्टर ट्रेनर मॉडल पेपर तैयार करने से लेकर परीक्षाओं के मूल्यांकन को लेकर प्रशिक्षित किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड देश में पहला ऐसा बोर्ड है, जिसने पहले 60 मास्टर ट्रेन तैयार किए हैं. ये 60 मास्टर ट्रेनर राष्ट्रीय और एनसीआईटी के तहत प्रशिक्षण ले चुके हैं. इतना ही नहीं बोर्ड की ओर से शिक्षकों को यह प्रशिक्षण ऑनलाइन माध्यम से दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण में शिक्षकों को योग्यता आधारित प्रश्न पत्रों को तैयार करने की जानकारी दी जाएगी. बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में प्रशिक्षण का कार्यक्रम 2 से 7 दिसंबर तक चलेगा. 2 से 7 दिसम्बर तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में साइंस ग्रुप के सभी शिक्षकों को शामिल किया जाएगा.
वहीं, दूसरे चरण में प्रशिक्षित कार्यक्रम में आर्ट्स और कॉमर्स विषय के शिक्षकों को 9 से 19 दिसंबर तक प्रशिक्षत किया जाएगा. इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए तैयार करना और उनमें उच्च कोटि का प्रशिक्षण कौशल विकसित करना है, ताकि विद्यार्थी रट्टा मारने के स्थान पर किसी कॉन्सेप्ट को अच्छे से समझ सकें.
इस बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि, 'बोर्ड की ओर से तैयार किए गए 60 मास्टर ट्रेनर प्रदेश के अन्य स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे. यह प्रशिक्षण दो चरणों में ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया जाएगा. देश मे हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड पहला बोर्ड बना है, जिसने अभी तक 60 मास्टर ट्रेनर तैयार कर दिए हैं और ये मास्टर ट्रेनर आगे अन्य शक्षकों को भी प्रशिक्षण देंगे, ताकि बोर्ड की ओर से तैयार किए मास्टर ट्रेनर स्कूल में विद्यार्थियों को अच्छे कॉन्सेप्ट के तहत शिक्षा प्रदान कर सकें.