रामपुर बुशहर: अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले में हिमाचल प्रदेश के उद्यान विभाग ने सेब की विभिन्न प्रजातियों की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया. इस प्रदर्शनी का मकसद बागवानी के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलना था. इस प्रदर्शनी में कुल 20 प्रकार की सेब की किस्में लगाई गईं, जिनमें रायल डिलिशियस और स्पर वैरायटी जैसी लोकप्रिय किस्मों के साथ-साथ रेडलम गाला, गेल गाला और ग्रेनी स्मिथ जैसी अंतर्राष्ट्रीय प्रजातियां भी शामिल हैं. इस तरह के आयोजन का उद्देश्य किसानों और बागवानों को नई-नई किस्मों की जानकारी देना और उनकी उत्पादकता को बढ़ावा देना है.
उद्यान विभाग रामपुर बुशहर के विषय वाद विशेषज्ञ अश्विन चौहान ने इस प्रदर्शनी की जानकारी देते हुए बताया कि, 'इस प्रदर्शनी में लगभग 20 प्रकार की सेब की किस्में शामिल की गई हैं. ये सभी सेब रामपुर, कुल्लू और किन्नौर जिलों के बागवानों द्वारा लाए गए हैं. इस प्रदर्शनी के माध्यम से न केवल प्रदेश के लोगों को विभिन्न प्रकार की सेब की जानकारी मिलती है, बल्कि इसके माध्यम से बागवानों को भी अपनी मेहनत का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है.'
प्रदर्शनी को लेकर लोगों में देखा गया खासा उत्साह
लवी मेले में इस प्रदर्शनी को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह देखा गया. प्रदर्शनी में आए लोगों ने बताया कि विभिन्न प्रकार के सेबों को एक ही जगह पर देखने का यह उनका पहला अनुभव था और इतने प्रकार के सेब एक साथ देखकर उन्हें सेब के बारे में जानने का माौका मिला. साथ ही बागवानी में आधुनिक तरीकों के प्रति उनकी जागरूकता को भी बढ़ाया.
रामपुर बुशहर के उद्यान विकास अधिकारी डॉ. प्रवीन मेहता ने कहा कि, 'इस इस प्रदर्शनी का मकसद बागवानों को सेब की नई किस्मों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है. उनका मानना है कि इस तरह की प्रदर्शनी बागवानों के ज्ञान में इजाफा करती है और उन्हें नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है. नई और उन्नत किस्मों को लगाने से बागवान अपनी आय को भी बढ़ा सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सकते हैं.'
प्रदर्शनी में बागवानों का किया मार्गदर्शन
हिमाचल प्रदेश के उद्यान विभाग ने न केवल प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के सेब की किस्में पेश कीं, उद्यान विभाग बागवानों को नई किस्म के सेब के पौधों के वितरण के साथ-साथ उनकी देखभाल और सही तरीके से उन्हें उगाने के विषय में भी मार्गदर्शन प्रदान किया. इससे न केवल सेब की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि हिमाचल प्रदेश के बागवानों की आय में भी वृद्धि होगी. राज्य सरकार बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके साथ ही इस प्रकार के आयोजनों से बागवानी के क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों को अपनाने में भी मदद मिलती है. राज्य के उद्यान विभाग के इस प्रयास ने स्थानीय बागवानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं, जिससे वो नई-नई किस्मों को अपनाकर अपनी आय और उत्पादकता बढ़ा सकते हैं.