बीकानेर.सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य कहा जाता है. किसी भी मांगलिक कार्य, अनुष्ठान पूजा व आराधना में सबसे पहले भगवान गणेश का स्मरण करते हुए उनकी स्तुति की जाती है और प्रायोजित कार्य के निर्विघ्न पूरे होने की कामना करने के बाद ही मांगलिक कार्य, अनुष्ठान-यज्ञ पूजा की जाती है. हर माह में दो बार चतुर्थी तिथि आती है. शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं व कृष्ण पक्ष चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं. मान्यता है भगवान गणेश का जन्म शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था. इसलिए इसे विनायक चतुर्थी तिथि कहते हैं.
भगवान गणेश की पूजा : विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से जीवन में सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान गणेश पूजा की करने के साथ ही व्रत करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है.