लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की देर रात शासन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में कानून-व्यवस्था व अन्य महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि शुक्रवार को नागपंचमी के बाद श्रावण सोमवार, काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ, रक्षाबंधन, चेहल्लुम और जन्माष्टमी जैसे त्योहार हैं. पुलिस भर्ती परीक्षा भी होनी है. ऐसे में सभी जिले की पुलिस और स्थानीय प्रशासन हमेशा अलर्ट रहे.
सीएम ने कहा कि 09 अगस्त से ऐतिहासिक 'काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी वर्ष' शुरू हो रहा है. यह पूरा वर्ष आजादी के नायकों का याद करने के लिए होगा. इसी कड़ी में 13 से 15 अगस्त तक 'हर घर तिरंगा' का जन अभियान आयोजित होना है. इन तीन दिनों में प्रदेश के हर आवास, हर कार्यालय पर हमारा राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया जाना है. 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका दिवस' है और 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व 'स्वाधीनता दिवस' है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सुरक्षा राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता का विषय है. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) का पावन पर्व है. ऐसी स्थिति में कुछ अराजकतत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं. पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाएं. सतर्क रहें और सावधान रहें. कहीं किसी को अराजकता करने की छूट नहीं दी जा सकती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने जाती हैं. इस अवसर पर 18 अगस्त की रात्रि से 19 अगस्त की रात्रि तक राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान संगठन हों अथवा अन्य कोई संगठन, यदि लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात कहना चाहते हैं तो उनकी बात जरूर सुनी जाए.
सीएम ने कहा कि अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अफवाह फैलाने का बड़ा माध्यम बन रही है. इस पर नजर बनाए रखें. फेक न्यूज हो तो तत्काल तथ्यों के साथ उसका खंडन किया जाना चाहिए. लोकतांत्रिक संगठनों की आड़ में राष्ट्रविरोधी संगठन भी माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं. इनकी पड़ताल करें और पकड़े जाने पर कठोरतम कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी अगस्त महीने अंतिम सप्ताह में 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा प्रस्तावित है. यह परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी शुचिता के साथ सकुशल पूरी हो, यह हमसभी की जिम्मेदारी है. इसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट रहना होगा. वरिष्ठ अधिकारी अपने क्षेत्र के हर एक परीक्षा केंद्र का सूक्ष्मता का निरीक्षण कर लें. महिला अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है.
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