जयपुर : वाट्सएप पर एक फर्जी मैसेज ने सबको हैरान किया हुआ है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोल्ड ड्रिंक में इबोला वायरस हो सकता है. केंद्र सरकार ने इस मैसेज को फर्जी बताते हुए कहा है कि इस तरह कि कोई सलाह सरकार की ओर से जारी नहीं की गई है. दरअसल, ऐसे मैसेज न केवल भ्रम फैलाते हैं, बल्कि कई बार साइबर ठगी का जरिया भी बनते हैं. ऐसे में केंद्र सरकार ने ऐसे मैसेज पर भरोसा करने से बचने और इन्हें आगे फॉरवर्ड करने से भी बचने की सलाह दी है.
मैसेज में किया गया है यह दावा :'कृपया हैदराबाद पुलिस की इस जानकारी को पूरे भारत में फॉरवर्ड करें. माजा, कोका-कोला, 7अप, थम्स-अप, पेप्सी और स्प्राइट आदि सॉफ्ट ड्रिंक न पिएं. कंपनी के किसी कर्मचारी ने इसमें इबोला नामक खतरनाक वायरस से दूषित खून मिला दिया है. यह खबर एक चैनल पर रिपोर्ट की गई थी. कृपया इस संदेश को सभी को फॉरवर्ड करने में मदद करें. धन्यवाद.'
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पीआईबी ने बताया मैसेज को भ्रामक :पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने इस मैसेज को भ्रामक और फर्जी बताया है. पीआईबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, 'क्या आपको भी वाट्सएप फॉरवर्ड मिला है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार ने नागरिकों को कोल्ड ड्रिंक्स से बचने की सलाह दी है, क्योंकि ये इबोला वायरस से दूषित है. सावधान रहें. यह मैसेज फर्जी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी कोई सलाह जारी नहीं की है.'
साइबर एक्सपर्ट हेमराज सरावता के अनुसार :
- वाट्सएप पर आने वाले हर एक मैसेज पर भरोसा करने से बचना चाहिए. बिना जांच-पड़ताल मैसेज फॉरवर्ड न करें.
- मैसेज भेजने वाले की प्रोफाइल और संपर्क विवरण की भी जांच कर लेनी चाहिए.
- ऐसे मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से हमेशा बचने की कोशिश करनी चाहिए.
- अपना व्यक्तिगत विवरण, बैंक खाते और क्रेडिट-डेबिट कार्ड की जानकारी या पासवर्ड किसी से भी शेयर नहीं करें.