इंदौर: यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे से भरे 12 कंटेनरों को पीथमपुर के रामकी प्लांट में अनलोड किया गया यानि इन 12 कंटेनरों को ट्रकों से उतारकर नीचे रखा गया. ये सभी कंटेनर विरोध के चलते अब तक रामकी संयंत्र परिसर में खड़े ट्रकों में ही लोड थे. इन कंटेनरों में 337 टन रासायनिक कचरा भरा हुआ है. इन कंटेनरों को कलेक्टर, एसपी और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में क्रेन की मदद से ट्रकों से उतारा गया.
सवा महीने बाद प्रक्रिया फिर शुरू
धार जिले के पीथमपुर स्थित रामकी प्लांट में इस रासायनिक कचरे को जलाया जाना है और भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से ये जहरीला कचरा यहां पहुंचा था. विरोध के चलते इन ट्रकों से कचरे के कंटनरों को भी अब तक नहीं उतारा गया था. अब यह प्रक्रिया विरोध के लगभग सवा महीने बाद फिर शुरू की गई है. 42वें दिन 13 फरवरी को कचरे से भरे 12 कंटेनर ट्रकों से नीचे रखे गए. धार जिला प्रशासन समेत राज्य सरकार की ओर से लगातार किए गए जनसंवाद के बाद संयंत्र में खड़े ट्रकों से 12 कंटेनरों को उतारा गया. हालांकि कचरा जलाने को लेकर 18 फरवरी को जबलपुर हाईकोर्ट में फिर सुनवाई होगी.
रामकी संंयंत्र पीथमपुर (ETV Bharat) 'सभी से किया गया जनसंवाद'
इंदौर कमिश्नर दीपक सिंहने बताया कि "गुरुवार 13 फरवरी को पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे के सभी 12 कंटेनर सुरक्षा के सभी मापदंडों का पालन करते हुए अनलोड किए गए हैं. इस प्रक्रिया में सभी को विश्वास में लेकर ही आगे बढ़ा जा रहा है. हालांकि कंटेनर अनलोड करने से पहले धार, इंदौर और पीथमपुर में विभिन्न मंचों पर निष्पादन की पूरी प्रक्रिया के सुरक्षित होने के संबंध में व्यापक रूप से जनसंवाद किया गया है. कचरे को जलाने की कार्रवाई के संदर्भ में जबलपुर हाईकोर्ट में आगामी दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी."
24 घंटे निगरानी में है प्लांट
पीथमपुर में कचरा जलाने को लेकर उठे विरोध के बाद हालांकि अब रामकी प्लांट की 24 घंटे निगरानी की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसे कोई भी जनप्रतिनिधि देख सकता है. इंदौर कमिश्नर ने लोगों को आश्वस्त किया है कि शासन-प्रशासन इस मामले में जो भी निर्णय लेगा उसमें पूरी पार्दर्शिता रखी जाएगी.
हाईकोर्ट में विचाराधीन है मामला
भोपाल गैस कांड का कचरा पीथमपुर में जलाने संबंधी याचिका की सुनवाई जबलपुर हाईकोर्ट में हो रही है. जिसमें 18 फरवरी को फिर से सुनवाई होगी. बता दें कि भोपाल के यूनियन कार्बाइड से 2 जनवरी को 12 कंटेनर में 337 टन कचरा पीथमपुर के रामकी संयंत्र में जलाने के लिए भेजा गया था. इस मामले में पीथमपुर समेत अन्य इलाकों में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन और आत्मदाह के प्रयास के बाद कचरा जलाने की प्रक्रिया रोक दी गई थी.