शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दहेज प्रथा को रोकने के लिए दुल्हे के परिवार ने अनोखी मिसाल पेश की है. दुल्हे के पिता ने टीका में मिली मोटी रकम को यह कहकर लौटा दिया कि उन्हें बेटी चाहिए पैसे नही. जिस कारण इस शादी की इलाके में खूब चर्चा हो रही है. अंत में शगुन के तौर पर सिर्फ एक नारियल और एक रुपये टीके में लिया गया.
दुल्हे ने लौटाए दहेज में मिले पैसे
दरअसल, शहर के सिया मैरिज गार्डन में मंगलवार की दोपहर एक परिवार में फलदान चल रहा था. फलदान की रस्म अदा होने के बाद दूल्हे के पिता ने अचानक से लड़की वालों द्वारा लाया गया टीका लौटा दिया. यह देख समारोह में सन्नाटा छा गया. दुल्हन के पिता को किसी अनहोनी की आशंका हुई तो उन्होंने दूल्हे के बेटे से बात की और पूछा कि कोई गलती हो गई क्या? इस पर दूल्हे के पिता ने उन्हें गले लगाते हुए कहा कि, ''कोई गलती नहीं हुई लेकिन मुझे आपका टीका नहीं चाहिए, आपने मुझे बेटी दे दी, इससे ज्यादा क्या चाहिए.''
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दुल्हे की पिता की बात सुन इमोशनल हुए लोग
दरअसरल, 18 फरवरी को ग्राम ठेह निवासी वीरेंद्र सिंह धाकड़ के छोटे बेटे रविंद्र धाकड़ की शादी थी. चूंकि वीरेंद्र दिल्ली में इनकम टैक्स इंस्पेक्टर हैं, इसलिए दुल्हन के परिवार वाले टीके में 5 लाख 51 हजार रुपये लेकर आए थे. टीके की रस्म अदा होने के बाद वीरेंद्र ने जब टीके की थाली वापिस की तो लोगों को लगा कि कुछ गलत तो नहीं हो गया. हालांकि बाद में वीरेंद्र धाकड़ ने बताया कि, ''वह दहेज प्रथा के खिलाफ हैं. एक पिता अपनी बेटी हमेशा-हमेशा के लिए हमें दे रहा है, इससे अधिक एक लड़के वालों को और क्या दे सकता है.'' लोगों का कहना है कि वीरेंद्र धाकड़ ने अपने बड़े बेटे की शादी में भी दहेज नहीं लिया था.