शिवपुरी : बाजार में टमाटर की लगातार गिरती कीमतों के चलते भारत सरकार ने टमाटर किसानों के लिए एमआईसी (बाजार हस्तक्षेप योजना) को मंजूरी दे दी है. मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में इस योजना को माध्यम से खेत से ही किसानों के टमाटर सीधे खरीदे जा रहे हैं. इस काम के लिए सरकार ने मध्य प्रदेश में एनसीसीएफ को खरीद एजेंसी के रूप में अधिकृत किया है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज ने दी MIS को मंजूरी
एनसीसीएफ ने मंगलवार को कोलारस के भड़ौता स्थित अंतिल कृषि फार्म से 5 गाड़ी टमाटर की फसल खरीदी है. बताया जा रहा है कि बाजार में टमाटर की कीमतें बहुत कम चल रही हैं, जिससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है. इसलिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमआईसी योजना को मंजूरी दी है.
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शिवपुरी जिले से हुई एमआईसी की शुरुआत
एमआईसी (बाजार हस्तक्षेप योजना) योजना के तहत टमाटर की फसल खरीदी के लिए शिवपुरी जिले को चुना गया है. मंगलवार को इस अभियान की शुरुआत अंतिल कृषि फार्म भड़ौता में भोपाल से आई एनसीसीएफ (NCCF) की टीम ने किया. इस दौरान एनसीसीएफ की जनरल मैनेजर अर्पणा सिंह ने टमाटर की गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
किसान ऐसे ले सकते हैं लाभ
एनसीसीएफ की जनरल मैनेजर अर्पणा सिंह ने बताया, '' किसान और सरकार के बीच से बिचौलियों को दूर करने और किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल सके, इसके लिए हम सीधे खेत से ही टमाटर की खरीद करते हैं और किसान को सीधे उसके बैंक खाते में पैसा भेजते हैं. हमारी वेबसाइट पर जाकर किसान अपना रजिस्ट्रेशन करके हमें अपनी उपज बेच सकता है.''
इस अवसर पर किसान निवेश जाट ने कहा, '' सरकार ने किसानों के हित में ये बहुत ही शानदार फैसला लिया है. इससे किसान को थोड़ी राहत मिलेगी.'' इस दौरान एनसीसीएफ के सौरभ यादव, जयपाल जाट, अमित जाट, सुमित जाट, विनोद जाट, नरेंद्र रावत, मनोज भार्गव सहित क्षेत्र के भारी तादाद में किसान भी मौजूद रहे.
क्या है MIS बाजार हस्तक्षेप योजना?
दरअसल, भारत सरकार का कृषि मंत्रालय इस योजना का प्रयोग तब करता है जब फसलों की बाजार में कीमतों पिछले सामान्य वर्ष की कीमतों से नीचे गिर जाएं. अगर ये गिरावट पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत या इससे अधिक की होती है, तो सरकार किसान को नुकसान से बचाने के लिए सीधे खरीद को बढ़ावा देती है, जिससे मिडिल मैन हट जाता है और सीधा लाभ किसान को मिलता है. इससे फसल के बाजार में रेट भी नियंत्रित किए जा सकते हैं. यह भी पढ़ें -