उमरिया: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ शावक की मौत हो गई. जिसकी उम्र करीब 2 साल बताई जा रही है. जब वन विभाग की टीम गश्ती कर रही थी तो इसी दौरान वन परिक्षेत्र पनपथा बफर के बीच खेतौली क्षेत्र अंतर्गत मादा शावक संदिग्ध अवस्था में मृत मिला. बताया जा रहा है कि बाघों की आपसी लड़ाई में शावक की मौत हुई है. वहीं, मृत शावक का दाह संस्कार किया गया.
शव के सैंपल परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों के लिए खास पहचान रखता है. यहां बहुत अधिक तादाद में पर्यटक बाघों के दीदार करने पहुंचते हैं. ऐसे में शावक की मौत को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि "मादा बाघ शावक की मृत्यु हुई है. प्रथम दृष्टया शावक के मौत का कारण 2 बाघों की आपसी लड़ाई होना प्रतीत होता है. इसको लेकर मौके पर आसपास जांच कराई गई."
वहीं, एनटीसीए (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) की गाइडलाइन के मुताबिक पशु चिकित्सक और वन विभाग की टीम ने शव का परीक्षण कर सैंपल लिया. जिसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा. इस दौरान एनटीसीए के प्रतिनिधि, राजस्व विभाग के प्रतिनिधि और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे.
छोटा भीम के इलाके में हुई घटना
बता दें की बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खेतौली बीट में ये घटना हुई है. यह पूरा टेरिटरी 'छोटा भीम' की थी. छोटा भीम टाइगर का नाम है, इस एरिया में उसकी धाक रहती था. जिससे इस क्षेत्र को छोटा भीम इलाका भी कहा जाने लगा. वर्तमान में छोटा भीम को इलाज के लिए भोपाल भेजा गया है. छोटा भीम के गले में तार बंधा हुआ था, जिसका वन विभाग ने काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया था. रेस्क्यू के बाद उसका परीक्षण किया गया तो उसके गले में घाव पाया गया. इसलिए उसे भोपाल में इलाज के लिए भेजा गया. इस छोटा भीम की टेरिटरी में एक और नर बाघ रहता है और उसी खेतौली बीट में ये घटना हुई है.