हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

शिमला में रेलवे ट्रैक तक पहुंची जंगल की आग, इमरजेंसी में रोकनी पड़ी ट्रेन - Fire in Shimla

Fire in Shimla: इन दिनों हिमाचल में जंगलों में लगी आग ने भयानक रूप ले लिया है. गुरुवार को शिमला-कालका ट्रैक पर जंगलों में लगी आग रेलवे ट्रैक तक पहुंच गई जिससे कालका से शिमला आ रही ट्रेन को तारा देवी रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा.

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 30, 2024, 6:39 PM IST

Updated : May 30, 2024, 7:15 PM IST

Fire in Shimla
शिमला के जंगलों में लगी आग (ETV Bharat)

शिमला:हिमाचल प्रदेश में गर्मी से इन दिनों लोगों का हाल बेहाल है. वहीं, अब जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. प्रदेश के जंगल आग से धधक रहे हैं. करोड़ों रुपयों की वन संपदा जलकर राख हो गई है.

शिमला के जंगलों में लगी आग (ETV Bharat)

शिमला के आसपास के जंगल भी तीन दिन से जल रहे हैं. वहीं, अब आग रिहाशयी इलाकों की तरफ आ रही है. गुरुवार को राजधानी शिमला के साथ लगते तारा देवी और समरहिल के जंगलों में आग लगी थी जिससे शिमला-कालका मार्ग पर सारी ट्रेनों की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया.

कालका से निकली ट्रेन को तारा देवी रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया जहां पर यात्री काफी परेशान हुए. ट्रेन 4 घंटे तक तारा देवी रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही. वहीं, आग को बुझाने के लिए कर्मचारी जुटे रहे लेकिन सड़क ना होने के चलते अग्निशमन की गाड़ियां वहां तक नहीं पहुंच पाईं जिससे आग पर काबू पाने में मुश्किल हुई.

बता दें इन दिनों बाहरी राज्यों से काफी तादाद में पर्यटक ट्रेन के माध्यम से शिमला आ रहे हैं. शिमला आने वाली सभी ट्रेनें पूरी तरह से पैक हैं.

वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल है शिमला-कालका रेलवे ट्रैक:

बता दें कि कालका-शिमला रेलवे ट्रैक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल है. यह रेलमार्ग उत्तर रेलवे के अंबाला डिवीजन के तहत आता है. साल 2008 में यूनेस्को ने कालका-शिमला रेलवे ट्रैक को वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिया था. गर्मियों के दिनों में काफी सैलानी इसी रेलवे ट्रैक से शिमला घूमने पहुंचते हैं. इस रेलवे ट्रैक पर 103 टनल हैं.

इस साल 1033 आगजनी के मामले आए सामने:

वन विभाग से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक 600 लोगों के खिलाफ पूरे प्रदेश में जंगलों में आग लगाने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है. वहीं, 38 एफआईआर दर्ज हुई हैं. प्रदेश में अब तक 1033 आग लगने के मामले सामने आए हैं. बीते 15 से 20 दिनों के अन्दर 31 जगहों में आग लगी है.

बारिश ना होने से लग रही आग:

बीते साल गर्मियों के मौसम में बारिश ज्यादा हुई थी जिस वजह से प्रदेश में आग लगने की घटनाएं कम सामने आई थीं. वहीं, इस साल गर्मियों के मौसम में बारिश नहीं हो रही है जिस वजह से आग लगने के मामले ज्यादा आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें:बालीचौकी के धबेहड़ में कार हादसा, खलवाहन पंचायत प्रधान सहित तीन लोगों की मौक पर हुई मौत

Last Updated : May 30, 2024, 7:15 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details