कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में अब अवैध कब्जों को हटाने को लेकर अब प्रदेश उच्च न्यायालय सख्त हो गया है. कुल्लू जिला में अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी किए गए हैं. इसी के चलते जिला कुल्लू में वन भूमि पर 1490 अवैध कब्जे के मामले सामने आए हैं. इसमें से अब तक 1146 मामलों में फैसला किया गया है, जबकि 550 अवैध कब्जे हटाए गए हैं. वहीं, बाकी अवैध कब्जों को हटाने का क्रम जारी है.
कुल्लू वन मंडल में बीते सप्ताह 15 अवैध कब्जों को हटाया गया है, जिसमें कुल्लू में पांच, पतलीकूहल में पांच और मनाली में पांच कब्जे हटाए गए हैं. इससे पूर्व भी कुल्लू वन मंडल में तीन भवनों को सील किया गया था. अभी लगातार कब्जों को हटाने का क्रम जारी है. इसमें कुछ मामलों में अवैध कब्जाधारी उच्चतम न्यायालय पहुंच गए हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कुल्लू वन मंडल में कुल 729 अवैध कब्जे मिले हैं. इसी प्रकार पार्वती वन मंडल के तहत 179 अवैध कब्जे देखने को मिले हैं, जिसमें से 158 मामलों का फैसला हो चुका है. बंजार डिविजन के तहत कुल 603 अवैध कब्जे मिले हैं.
मिली जानकारी के अनुसार कुछ रसूखदार लोगों ने भी वन विभाग की भूमि पर कब्जा जमाया हुआ है, जो अपनी राजनीतिक पहुंच का लाभ उठाते हैं. इन लोगों ने वन भूमि में व्यवसायिक दुकानें भी खोल रखी हैं. कुछ जगहों पर वन भूमि के साथ लगते बगीचों के मालिकों ने भी वन भूमि पर ही बगीचे तैयार किए हैं. इसके अलावा कुछ मकान मालिकों ने भी वन भूमि पर अवैध कब्जा कर इमारतें खड़ी की हैं. वन विभाग अब इन कब्जों की सूची तैयार कर रहा है. इन सभी जगहों से कब्जे हटाने के लिए इन लोगों को नोटिस भी जारी किए गए हैं. अरण्यपाल कुल्लू सर्कल संदीप शर्मा ने कहा कि, 'कुल्लू, पार्वती, बंजार में वन भूमि से अवैध कब्जों को हटाने का क्रम जारी है. वन भूमि पर किए गए अवैध कब्जा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.'
वहीं, जिला प्रशासन ने कुल्लू शहर में भी अवैध कब्जों को हटाने का अभियान चलाया है, जिसमें नगर परिषद के 11 वार्ड में कार्रवाई होनी है, जबकि अभी तक महज एक, दो और तीन नंबर वार्ड में ही अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम चली है, जबकि 4 से 11 नंबर वार्ड तक कई सालों से अवैध कब्जों को हटाने में प्रशासन नाकाम रहा है. अब तक की गई कार्रवाई में तहसीलदार कुल्लू हरि सिंह यादव ने लगभग 200 अवैध कब्जे चिन्हित किए हैं, हालांकि 50 से अधिक लोगों ने खुद अवैध कब्जे हटा दिए हैं, जबकि कुछ लोग अभी भी अवैध कब्जों पर कुडंली मार कर बैठे हैं.
तहसीलदार कुल्लू हरि सिंह यादव ने बताया कि, 'कुल्लू शहर में अवैध कब्जों को लेकर प्रशासन ईमानदारी से काम कर रहा है. उच्च न्यायालय के आदेशों पर अवैध कब्जों को चिन्हित कर उन्हें हटाया जा रहा है.'