मनाली: उत्तरी भारत के निचले इलाकों में पड़ रही भारी गर्मी से बचने के लिए सैलानी लगातार पहाड़ों का रुख कर रहे हैं. इसके चलते हिमाचल में पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की बात करें तो यहां पर मनाली, बंजार, मणिकर्ण सहित अन्य पर्यटन स्थल इन दिनों सैलानियों से गुलजार हैं. मनाली आने वाला हर सैलानी इन दिनों रोहतांग दर्रे का रुख कर रहा हैं. रोजाना 1200 वाहन रोहतांग पास पहुंच रहे हैं.
एनजीटी की ओर से यहां पर 800 पेट्रोल और 400 डीजल वाहनों को रोजाना जाने की अनुमति दी गई है. रोहतांग पास तक जाने के लिए सैलानियों को परमिट भी लेना पड़ रहा है, लेकिन पर्यटकों को परमिट भी आसानी से नहीं मिल पा रहा है. सैलानियों को 5 दिन पहले ही परमिट बुक करना पड़ रहा है. ऐसे में सैलानियों का जमावड़ा पर्यटन नगरी मनाली के साथ-साथ लगते अन्य इलाकों में भी देखने को मिल रहा है.
ग्रीन टैक्स से हो रही करोड़ों की कमाई
जिला कुल्लू की अगर बात करें तो अप्रैल माह में 30,000 पर्यटक वाहन बाहरी राज्यों से मनाली पहुंचे थे. वहीं, यह आंकड़ा मई महीने में 60,000 तक पहुंच गया. जून माह में पर्यटक सीजन अपने पूरे चरम पर पहुंच चुका है और मात्र 10 दिन के भीतर ही 40,000 से अधिक पर्यटक वाहन मनाली पहुंचे हैं. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न जिला से भी रोजाना 1,000 से अधिक वाहन मनाली पहुंच रहे हैं, जिससे यहां ग्रीन टैक्स के माध्यम से भी पर्यटन विभाग को खूब आमदनी हो रही है. मई महीने में ही मनाली में लगे ग्रीन टैक्स के माध्यम से पर्यटन विभाग को एक करोड़ 36 लाख 84 हजार रुपए की आमदनी हुई थी और इस राशि से विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है.