हमीरपुर: नगर परिषद अध्यक्ष पद को लेकर हमीरपुर नगर परिषद में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. भाजपा पार्षदों ने मौजूदा अध्यक्ष मनोज मिन्हास के खिलाफ बैठक में वोट ना डालकर अब भाजपा का अध्यक्ष बनाने का दावा किया है. हालांकि इस मामले को उपायुक्त हमीरपुर से भाजपा समर्थित पार्षदों ने अध्यक्ष को हटाने की मांग की थी लेकिन प्रशासन द्वारा मामले को विचाराधीन रखा गया था उसके बाद भाजपा समर्थित पार्षदों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था जिसके बाद बुधवार को कोर्ट के आदेशों पर नगर परिषद की बैठक बुलाई गई थी जिसमें 11 में से सात पार्षदों ने बीजेपी के पक्ष में वोट डाला है.
विधायक आशीष शर्मा ने बताया "कांग्रेस पार्टी हमेशा ही लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली रहती है. आज सात पार्षदों ने अध्यक्ष को हटाने में वोट डाला है और चार पार्षदों ने वर्तमान अध्यक्ष को वोट डाले हैं." एसडीएम हमीरपुर संजीत सिंह ने भी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा मनोज मिन्हास का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि कोई भी निर्णय विधिवत प्रक्रिया के तहत ही लिया जाएगा. वॉर्ड नंबर दस के पार्षद ने बताया कि आज बैठक में सात पार्षदों ने भाजपा को वोट डाला है और चार पार्षदों ने वर्तमान अध्यक्ष को वोट किया है जिससे अब भाजपा का नगर परिषद अध्यक्ष बनाया जाएगा.
ये था मामला
बता दें कि 11 पार्षदों वाली हमीरपुर नगर परिषद में साढ़े तीन साल पहले 9 पार्षद बीजेपी के जीत कर आए थे जबकि कांग्रेस के 2 ही पार्षद चुनाव जीते थे. तब बीजेपी ने मनोज मिन्हास को अध्यक्ष चुना था. हमीरपुर विधानसभा उप-चुनाव से कुछ समय पहले मनोज मिन्हास और वॉर्ड नंबर-2 के पार्षद राज कुमार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इस बीच उप-चुनाव के कारण नए अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया लटक गई थी.
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