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हिमाचल में सरकार की सख्ती का दिखा असर, 22 दिनों में इतने हजार से अधिक राशनकार्ड धारकों ने करवाई ई-केवाईसी - E KYC FOR RATION CARD HOLDER

प्रदेश में 2.65 लाख राशन कार्डों को ब्लॉक किया गया और 5 लाख से अधिक लाभार्थियों को सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ा.

राशन कार्ड धारकों ने करवाई ई-केवाईसी
राशन कार्ड धारकों ने करवाई ई-केवाईसी (कॉन्सेप्ट इमेज)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 28, 2025, 4:14 PM IST

शिमला: हिमाचल में पिछले कई सालों से राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी करने की प्रक्रिया ने एकदम से रफ्तार पकड़ ली है. प्रदेश में उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं को 31 दिसंबर तक हर हाल में राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों की ई-केवाईसी करवाने का आखिरी अवसर दिया गया था, लेकिन लाखों उपभोक्ताओं ने हर बार की तरह विभाग की इस चेतावनी को हल्के में लेते हुए राशनकार्ड की ई-केवाईसी नहीं करवाई.

नतीजन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 1 जनवरी से ई-केवाईसी ना करने पर राशन कार्डों को अस्थाई तौर पर ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जिस कारण प्रदेश में 2.65 लाख राशन कार्ड को ब्लॉक किया है. ऐसे में उपभोक्ताओं को डिपुओं में सस्ता राशन मिलना बंद हो गया जिससे उपभोक्ताओं ने राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवानी शुरू कर दी. विभाग की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेशभर में 22 जनवरी तक ई-केवाईसी करने के बाद 49 हजार 925 राशन कार्डों को अनब्लॉक किया जा चुका है. वहीं, एक या दो दिनों में 38 हजार के करीब और राशन कार्ड अभी और अनब्लॉक हो सकते हैं.

2 लाख से अधिक लाभार्थियों को मिलेगा राशन

हिमाचल में पिछले तीन से चार सालों से राशन कार्डों की ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही थी. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए विभाग भी लगातार ई-केवाईसी की प्रक्रिया को लेकर बार बार एक्सटेंड कर रहा था ताकि उपभोक्ता अपनी सुविधा के मुताबिक राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवा सके, लेकिन इसके बाद भी लाखों उपभोक्ताओं ने विभाग के आदेशों को हल्के में ले लिया जिस कारण मजबूरन विभाग को भी 1 जनवरी से ऐसे राशन कार्डों को अस्थाई तौर पर ब्लॉक करने का फैसला लेना पड़ा.

ऐसे में प्रदेश में 2.65 लाख राशन कार्डों को ब्लॉक किया गया जिस कारण 5 लाख से अधिक लाभार्थियों का सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ा है लेकिन सरकार की सख्ती के बाद अब 49 हजार 925 राशन कार्ड अनब्लॉक हो गए हैं. ऐसे में इन राशन कार्डों में दर्ज 2,01,297 लाभार्थियों को फिर से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त निदेशक सुरेन्द्र सिंह राठौर का कहना है कि प्रदेशभर में ई-केवाईसी के बाद 49 हजार से अधिक राशन कार्डों को अनब्लॉक किया गया है. अब इन उपभोक्ताओं को डिपुओं से सस्ते राशन की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: कुल्लू में फोरलेन से नीचे लुढ़की जीप, पंजाब के 7 लोग घायल, एक की हालत गंभीर

शिमला: हिमाचल में पिछले कई सालों से राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी करने की प्रक्रिया ने एकदम से रफ्तार पकड़ ली है. प्रदेश में उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं को 31 दिसंबर तक हर हाल में राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों की ई-केवाईसी करवाने का आखिरी अवसर दिया गया था, लेकिन लाखों उपभोक्ताओं ने हर बार की तरह विभाग की इस चेतावनी को हल्के में लेते हुए राशनकार्ड की ई-केवाईसी नहीं करवाई.

नतीजन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 1 जनवरी से ई-केवाईसी ना करने पर राशन कार्डों को अस्थाई तौर पर ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जिस कारण प्रदेश में 2.65 लाख राशन कार्ड को ब्लॉक किया है. ऐसे में उपभोक्ताओं को डिपुओं में सस्ता राशन मिलना बंद हो गया जिससे उपभोक्ताओं ने राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवानी शुरू कर दी. विभाग की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेशभर में 22 जनवरी तक ई-केवाईसी करने के बाद 49 हजार 925 राशन कार्डों को अनब्लॉक किया जा चुका है. वहीं, एक या दो दिनों में 38 हजार के करीब और राशन कार्ड अभी और अनब्लॉक हो सकते हैं.

2 लाख से अधिक लाभार्थियों को मिलेगा राशन

हिमाचल में पिछले तीन से चार सालों से राशन कार्डों की ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही थी. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए विभाग भी लगातार ई-केवाईसी की प्रक्रिया को लेकर बार बार एक्सटेंड कर रहा था ताकि उपभोक्ता अपनी सुविधा के मुताबिक राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवा सके, लेकिन इसके बाद भी लाखों उपभोक्ताओं ने विभाग के आदेशों को हल्के में ले लिया जिस कारण मजबूरन विभाग को भी 1 जनवरी से ऐसे राशन कार्डों को अस्थाई तौर पर ब्लॉक करने का फैसला लेना पड़ा.

ऐसे में प्रदेश में 2.65 लाख राशन कार्डों को ब्लॉक किया गया जिस कारण 5 लाख से अधिक लाभार्थियों का सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ा है लेकिन सरकार की सख्ती के बाद अब 49 हजार 925 राशन कार्ड अनब्लॉक हो गए हैं. ऐसे में इन राशन कार्डों में दर्ज 2,01,297 लाभार्थियों को फिर से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा. खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त निदेशक सुरेन्द्र सिंह राठौर का कहना है कि प्रदेशभर में ई-केवाईसी के बाद 49 हजार से अधिक राशन कार्डों को अनब्लॉक किया गया है. अब इन उपभोक्ताओं को डिपुओं से सस्ते राशन की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.

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