बगहा:मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और एक लाख सैलरी वाली जॉब भी लग गयी लेकिन सिद्धांत के मन में तो कुछ बड़ा करने का जुनून सवार था. फिर क्या, इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ दी और शुरू कर दिया सरसों तेल का प्लांट. बगहा के रहनेवाले सिद्धांत अब सरसों तेल के प्लांट से अच्छी-खासी आय अर्जित कर रहे हैं और साथ ही कई युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं.
कच्ची घानी सरसों तेल का प्लांट लगायाःबगहा के भैरोगंज नड्डा के रहेनवाले सिद्धांत राज ने नड्डा ब्रांड नाम से ही कच्ची घानी सरसों तेल का कारोबार शुरू किया और तीन साल के अंदर ही उसे बाजार में स्थापित कर डाला. आज नड्डा सरसों तेल ऑनलाइन शॉपिंग प्लटफॉर्म फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है और जल्द ही अमेजन पर भी मिलने लगेगा.
'मंत्री के इंटरव्यू ने बढ़ाई हिम्मत': सिद्धांत राज बताते हैं कि उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है और उन्हें जॉब में एक लाख रुपये की सैलरी मिलती थी. लेकिन सिद्धांत के मन में हमेशा से कुछ अपना कारोबार करने की ही इच्छा पल रही थी. लिहाजा कोरोनाकाल से ठीक पहले उन्होंने नौकरी छोड़ दी और घर आकर कुछ व्यवसाय करने की योजना पर काम करने लगे.
"एक दिन मैं टीवी पर तत्कालीन केंद्रीय एमएसएमई मंत्री गिरिराज सिंह का इंटरव्यू सुन रहा था, जिसमें वो उद्यम स्थापित करने के लिए लोन की चर्चा कर रहे थे. उन्होंने उस इंटरव्यू में कहा कि यदि बैंक लोन नहीं देता है तो कोई भी व्यक्ति इसकी शिकायत मेरे मंत्रालय में कर सकता है."- सिद्धांत राज, संचालक, नड्डा एग्रो इंटरप्राइजेज
'बैंक ने किया काफी सहयोग':सिद्धांत बताते हैं कि गिरिराज सिंह का इंटरव्यू सुनने के बाद मैंने उसी दिन एसबीआई बैंक के मैनेजर से मुलाकात की. मुझे तो यह भी नहीं पता था की सरकार की कौन-कौन सी योजनाएं चल रहीं हैं.जब बैंक मैनेजर ने योजनाओं की लिस्ट दिखाई तो मैंने एग्रो बेस्ड योजना को चुना क्योंकि हमारा इलाका कृषि प्रधान है.
"मस्टर्ड ऑयल प्लांट स्थापित करने के पीछे एक और कारण ये था कि मेरे दादाजी अपने जमाने में ये व्यवसाय करते थे. आज मैं प्रतिमाह 2000 लीटर तेल बेच लेता हूं.जिसे स्थानीय लोगोे के अलावा जिले के आसपास के दुकानदार ले जाते हैं. यहीं नहीं मैं फ्लिपकार्ट के जरिए ऑनलाइन कारोबार भी कर रहा हूं. जल्द ही अमेजन पर भी बिकना शुरू हो जाएगा."- सिद्धांत राज, संचालक, नड्डा एग्रो इंटरप्राइजेज
'नौकरी से काफी बेहतर है स्व-रोजगार':युवा उद्यमी सिद्धांत राज ने बताया कि वो स्थानीय किसानों से सरसों खरीदते हैं और उन्हें बाजार ज्यादा ही रेट पर खरीदते हैं .इससे किसानों को अपना उत्पादन बेचने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता है और मुझे भी आसानी से कच्चा माल मिल जाता है. सिद्धांत अपने कारोबार से बेहद ही खुश हैं.
"मेरा बिजनेस काफी अच्छा चल रहा है. बाजार में नड्डा ब्रांड सरसों तेल की इतनी डिमांड है कि कई बार मैं मांग के अनुरूप उत्पादन नहीं कर पाता हूं. मेरा यह बिजनेस नौकरी से अच्छा इसलिए है कि अब मेरे बाद आनेवाली पीढ़ी को अपने भविष्य के लिए सोचने की जरूरत नहीं है."-सिद्धांत राज, संचालक, नड्डा एग्रो इंटरप्राइजेज