भोपाल।क्या विदिशा लोकसभा का चुनाव शिवराज सिंह चौहान की राजनीति का टर्निंग पाइंट होगा. अगर शिवराज विदिशा में नहीं सिमटते तो क्या 29 सीटें जीतने का दम दिखा रही बीजेपी में कई सीटों पर जीत-हार का अंतर बढ़ा सकते थे. शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को जब विदिशा लोकसभा सीट के लिए रायसेन में अपना नामांकन दाखिल किया, तो उनकी सभा से लेकर नामांकन रैली में भी हजारों की तादात में लोग उमड़े. कभी इसी विदिशा लोकसभा सीट पर पांव-पांव चलकर आंदोलन छेड़ने वाले शिवराज का पब्लिक कनेक्ट क्या उन्हें इस बार विदिशा में रिकार्ड मतों की जीत दिलाएगा.
जीत के लिए आशवस्त होने के बावजूद प्रचार के लिए कड़ी धूप में पसीना बहा रहे शिवराज ने जिन बहनों के बूते राजनीति में नई लकीर खींची है. उन बहनों की जिंदगी में कौन सा बड़ा बदलाव चाहते हैं. ईटीवी भारत ने शिवराज से तमाम मुद्दों पर एक्सक्लूसिव बातचीत की.
नामांकन कराने जनता भी उमड़ी, मामा का जादू
शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को रायसेन जिले में विदिशा लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल किया. उनका नामांकन भरवाने प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ महेन्द्र सिंह के अलावा शिवराज की पत्नी साधना सिंह मौजूद थे. एमपी में बीजेपी का गढ़ बन चुकी विदिशा लोकसभा सीट छिंदवाड़ा के बाद एमपी की सबसे हाईप्रोफाईल सीटों में गिनी जा रही है. इसी सीट से पांच बार के सांसद और एमपी के चार बार के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने नामांकन के पहले हुई सभा और फिर नामांकन रैली के साथ बता दिया कि क्यों उनके जैसे पब्लिक कनेक्ट बना पाना आसान नहीं. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में शिवराज ने कहा कि जो जनसैलाब उमड़ा नामांकन में ये मेरे परिवार का प्यार है हम सब एक हैं. कोई नेता कार्यकर्ता नहीं है. ये मेरे भाई बहन हैं मैं इनका जनसेवक हूं. मुझे इस माटी की सेवा का मौका पार्ट ने दिया मैं बहुत प्रसन्न हूं.
विदिशा में सिमटे शिवराज 29 सीटों पर जाते तो
शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कहा था कि मिशन 29 के लिए अब वो उन विधानसभा सीटों पर जाएंगे, जहां पार्टी जीत नहीं पाई. लेकिन विदिशा से उम्मीदवार घोषित हो जाने के बाद शिवराज का ये कैम्पेन कुछ कमजोर पड़ गया. शिवराज से हमने सवाल किया कि अगर आप 29 सीटों पर प्रचार के लिए जा पाते तो इन सीटों पर पार्टी को मजबूती मिलती. शिवराज ने कहा मैं अब तक नौ सीटों पर गया हूं. बाकी पर भी जा रहा हूं और एक एक सीट तक पहुंचने की कोशिश करूंगा.
शिवराज का राहुल गांधी पर तंज़, अब इटैलियन में तो मेनिफेस्टो बनेगा नहीं
शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी का कहना है कि मेनिफेस्टो में गरीबों की नौजवानों की बात नहीं है. उन्होंने कहा मेनिफेस्टो हिंदी में लिखा है. अंग्रेजी में लिखा है. अब नहीं पढ़ पा रहे इटेलियन में तो लिखेंगे नहीं. गरीब कल्याण की जितनी योजनाएं बीजेपी ने दी है. चाहे फिर फ्री राशन हो या बहनों को सुविधा उतना किसी ने नहीं किया अब उन्हें समझ नहीं आता तो अलग बात है.