सहरसा: बिहार के सहरसा में निजी सुरक्षा गार्ड की संदिग्ध हालत में शव मिला है. इससे इलाके में सनसनी फैल गई. गुस्साए परिजनों ने जमकर बवाल किया. परिजनों ने आगजनी कर घंटों सड़क जाम कर दिया. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. गार्ड सिमरी बख्तियारपुर बुनियादी केंद्र में तैनात था. परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए प्रशासन से 20 लाख मुआवजा की मांग की है.
सहरसा में सुरक्षा गार्ड की मौत:सुरक्षा गार्ड का शव मिलने के बाद आक्रोशित हो गये और घंटों सड़क को जाम कर आगजनी कर उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे पुनपुन यादव ने "न्यायिक जांच और मृतक के परिजनों को कंपनी से 20 लाख का मुआवजा की मांग की है."उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कहा कि थाने से महज 10 कदम पर गार्ड की मौत हो जाती है और पुलिस को भनक तक नहीं लगती है. उन्होंने कहा वह होनहार लड़का था. रात में नाइट ड्यूटी करता था और रात में पढ़ाई करता था.
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी: मृतक की पहचान शिव नंदन तांती के पुत्र सचिन कुमार के रूप में की गई है. वह भौरा गांव का रहने वाला था. परिजनों ने सुरक्षा गार्ड की हत्या किए जाने की आशंका जताई है. हालांकि की घटना का स्पष्ट खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. वहीं पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बुनियादी केंद्र का पूरी ब्लीडिंग सीसीटीवी कैमरा से लैस है. वहीं सीसीटीवी फुटेज के सहारे पुलिस अपराधियों की पहचान करने में जुट गई है.
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