भागलपुर : भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड के अशरफनगर कब्रिस्तान में एक और शर्मनाक घटना सामने आई है. गुरुवार रात, नरमुंड तस्करों ने एक नवजात के शव को कब्र से खोदकर निकाल लिया और उसे ले गए. इस बार तस्कर ने शव के साथ वीभत्स तरीके से कृत्य किया. यह हाल तब है जब मामला उच्च स्तर पर संज्ञान में आ चुका है. बावजूद इसके नरमुंड तस्करों ने प्रशासन को चुनौती देने का काम किया है.
शव के साथ की गई बरबरता : शव को काटकर फेंक दिया गया, जिससे खून के धब्बे कब्रगाह में बिखरे हुए थे. यह घटना इस कब्रिस्तान में छठी बार घटित हुई है. इससे पहले नरमुंड तस्करों ने कब्रों से शवों के सिर काटकर ले जाने की घटनाएं की थीं, लेकिन इस बार तस्करों ने पूरा शव ही ले गए.
पुलिस का आश्वासन भी बेअसर : बीते बुधवार को ईटीवी भारत द्वारा इस मामले की रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद, भागलपुर पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया और गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की. कहलगांव एसडीपीओ शिवानंद सिंह ने घटना स्थल का दौरा किया और एफएसएल टीम को जांच के लिए भेजा. इसके अलावा, गांववालों को रातभर सुरक्षा के लिए पहरा देने का निर्देश भी दिया गया.
शव के टुकड़े टुकड़े कर कब्रिस्तान में फेंका : लगातार हो रही इन घटनाओं से गांववाले डर और गुस्से में हैं. उनका कहना है कि पुलिस हमेशा जांच का आश्वासन देती है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती. नवजात के पिता सफीउल्लाह ने बताया कि उनके बच्चे का शव दफनाया गया था, लेकिन तस्करों ने उसे खोदकर निकाल लिया और शव के टुकड़े कब्रगाह में फैले हुए थे.
गांववालों का पुलिस पर भरोसा नहीं : गांववालों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी, तो पुलिस ने आवेदन में बदलाव करवा दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने शव के सिर को काटने की बजाय कब्र से छेड़छाड़ की बात लिखवाई, जिससे उनका विश्वास और भी टूट गया.
''मुझे सुबह पता चला कि बच्चे की कब्र को खोदकर शव को क्षत विक्षत कर दिया गया है. पूरी डेड बॉडी गायब है. कफन इधर उधर फेंका हुआ मिला. यहां पांच साल से लगातार ऐसी घटना हो रही है लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है.''- सफीउल्लाह, मृत बच्चे के पिता
पुलिस के बयान पर विवाद : जब इस मामले पर एसडीपीओ शिवानंद सिंह से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने मीडिया से बचने की कोशिश की. मीडियाकर्मी का हाथ पकड़कर माइक को साइड किया गया, और फिर कैमरे के सामने बयान दिया कि मामले की जांच जारी है. उन्होंने कब्रिस्तान की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने की बात कही.
''कब्र से शव के लापता होने का मामला प्रकाश में आया है. हम तकनीकि रूप से अनुसंधान कर रहे हैं. कब्रिस्तान की सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात किया गया है. जल्द ही इसके पीछे की सच्चाई का पता लगा लेंगे.''- एसडीपीओ शिवानंद सिंह
ग्रामीणों को तांत्रिकों पर शक : गांववाले इस घटना के पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ होने का संदेह जता रहे हैं. उनका मानना है कि यह गिरोह तंत्र-मंत्र के लिए नरमुंड का इस्तेमाल करता है. पुलिस इस मामले को संगठित अपराध मानकर जांच कर रही है, लेकिन पुलिस की धीमी कार्रवाई ने गांववालों का विश्वास और भी कम कर दिया है.
समाज में बढ़ती दहशत और आक्रोश: इस घटना ने गांववालों में गहरी दहशत पैदा कर दी है और वे प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जाए. इस अमानवीय घटना ने न केवल मानवता को शर्मसार किया है, बल्कि गांव का माहौल भी अशांत किया है.
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