सतना:मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव दो दिवसीय प्रवास पर सतना पहुंचे. जहां वह शनिवार की देर शाम भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट पहुंचे और वहां पर भगवान कामतानाथ की परिक्रमा के साथ पूजा अर्चना की. इसके साथ ही सीएम चित्रकूट में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए, जहां उन्होंने लट्ठ बाजी भी दिखाई. रविवार को सीएम सरस्वती आवासीय विद्यापीठ में खेलकूद समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने खेलकूद के प्रतिभागियों को सम्मानित किया. वहीं खेल की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने बड़ी घोषणाएं भी की.
'आज की चाय बहन नहीं,भाई बनाएगा'
चित्रकूट दौरे के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव का अंदाज देख लोग हैरत में पड़ गए. कामदगिरी पर्वत पर भगवान कामतानाथ की परिक्रमा के बाद सीएम अचानक एक टी स्टॉल पर पहुंचे और यहां चाय बनाने लगे. सीएम के पहुंचने पर दुकान पर मौजूद महिला भी चौंक गई. सीएम ने पहुंचते ही पहले अदरक कूटा और फिर चीनी और चायपत्ती मिलाकर चाय बनाई. उन्होंने खुद चाय को छाना और फिर डिस्पोजल ग्लास में भरा. चाय भी खुद ही आसपास के लोगों को सर्व की और खुद भी पी. चाय बनाने वाली बहन को चाय के पैसे भी दिए. इधर पीछे से एक आवाज आई कि हमें कभी नहीं पिलाई चाय बनाकर इस पर सीएम ने कहा कि ये मेरी बहन है इसे पिलाउंगा तुम थोड़ी मेरी बहन हो. बता दें कि यह आवाज मुख्यमंत्री की पत्नी की थी जो उनके साथ ही चित्रकूट दौरे पर पहुंची थीं. इस वीडियो को सीएम ने एक्स पर शेयर करते हुए लिखा है कि आज की चाय बहन नहीं, भाई बनाएगा. सीएम की अदरक वाली चाय बनाने का अंदाज और स्वाद पाकर लोगों ने उनकी वाहवाही की.
सीएम ने बच्चों को सिखाई लाठी कला
चित्रकूट प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने डी आर आई के रामनाथ आश्रम शाला में वनवासी छात्र-छात्राओं के साथ भेंट की. इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड के परंपरागत दिवारी नृत्य का भी लुफ्त उठाया. वही सीएम ने खुद बच्चों को लाठी चलाने की कला सिखाई. मुख्यमंत्री ने वोकल फॉर लोकल को प्रोत्साहित करते हुए स्थानीय स्तर पर दीपावली की सामग्री बाजार में बेचने वालों का सहयोग करने की बात कही.
सरस्वती आवासीय विद्यापीठ विद्यालय कार्यक्रम
मुख्यमंत्री मोहन यादव सतना के सरस्वती आवासीय विद्यापीठ विद्यालय में 35वें अखिल भारतीय खेलकूद समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम में खिलाड़ियों को सम्मानित किया. वही सीएम ने मंच के माध्यम से खेल को लेकर कहा कि खेल हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही खेल महाविद्यालय के लिए करीब 15 करोड़ की राशि के साथ, सिंथेटिक ट्रैक के लिए 7 करोड़ की राशि सहित बाउंड्रीवॉल के लिए करीब 1 करोड़ से अधिक की राशि देने की घोषणा की.