रांचीः राज्य सरकार ने रांची के डीसी मंजूनाथ भजंत्री का तबादला कर दिया है. मंजूनाथ की जगह वरुण रंजन को रांची का नया डीसी बनाया गया है. वहीं मनोज स्वर्गीयरी को बोकारो का नया एसपी बनाया गया है. चुनाव की घोषणा से पूर्व झारखंड में तीन आईएएस और एक आईपीएस अधिकारी का तबादला किया गया है.
घोषणा से पूर्व तबादला
झारखंड में विधानसभा चुनाव की विधिवत घोषणा से ठीक पहले रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री का तबादला कर दिया गया. मंजूनाथ भजंत्री को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी. इसी महीने मंजूनाथ भजंत्री को रांची का डीसी बनाया गया था. राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार वरुण रंजन रांची के नए डीसी होंगे. इस संबंध में राज्य सरकार ने अधिसूचना भी जारी कर दी है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पूर्व मंजूनाथ भजंत्री जमशेदपुर के डीसी थे, उस दौरान भी उन्हें चुनाव पूर्व हटा दिया गया था.
- मंजूनाथ भजंत्री - मुख्य कार्यपालक अधिकारी, झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी
- वरुण रंजन - डीसी, रांची
- मृत्युंजय कुमार बरनवाल - मनरेगा आयुक्त झारखंड रांची
- मनोज स्वर्गीयरी को बोकारो का नया एसपी बनाया गया है.
वरुण रंजन ने कार्यभार संभाला
तबादले की अधिसूचना जारी होने के आधे घंटे के भीतर वरुण रंजन ने रांची डीसी के रूप में अपना कार्यभार भी संभाल लिया. राज्य सरकार ने बोकारो एसपी का भी तबादला कर दिया है. आईपीएस अधिकारी पूज्य प्रकाश की जगह मनोज स्वर्गीयरी को बोकारो का नया एसपी बनाया गया है. पूज्य प्रकाश स्वास्थ्य कारणों से लंबे अवकाश पर हैं. बोकारो एसपी से संबंधित अधिसूचना भी राज्य सरकार के द्वारा जारी कर दी गई है.
बता दें कि भाजपा ने रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री को हटाने की मांग की थी. मंगलवार 15 अक्टूबर को भाजपा का एक शिष्टमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर रांची उपायुक्त को तत्काल हटाने की मांग की थी. भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सह अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव एवं प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए चुनाव आयोग की उस चिठ्ठी का हवाला दिया था, जिसमें आयोग द्वारा मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 15 दिन के अंदर कार्रवाई करने को कहा था.
इस मौके पर सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ जब वो देवघर उपायुक्त थे उस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग सचिवालय ,नई दिल्ली ने 30/9/24 को एक आदेश जारी किया गया था. आदेश मुख्य सचिव के नाम से था और स्पष्ट आदेश था कि मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ 15 दिन के अंदर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सूचित किया जाय.