संभल : जिले के ऐंचौड़ा कंबोह गांव में कल्कि धाम के शिलान्यास की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो गई हैं. 19 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल्कि धाम का शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम में 30000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. देश भर से तमाम साधु-संत यहां पहुंचेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी कल्कि धाम के शिलान्यास को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम को बधाई संदेश भेजा है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि श्री कल्कि धाम का सपना 18 वर्ष पहले देखा था, जो अब सच होने जा रहा है. कलियुग में भगवान कल्कि संभल में अवतरित होंगे, इसका जिक्र पुराणों में है. इसी आस्था के साथ श्री कल्कि धाम बनाने का संकल्प लिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास के बाद संबोधित ङी करेंगे. इस कार्यक्रम की सफलता के लिए मंडल मुरादाबाद के सभी जिलों के भाजपाई जुटे हुए हैं . सभी जिलों से भाजपाई बसों में सवार होकर आएंगे. करीब 600 बसों के आने की संभावना है.
निर्माण में लगेंगे पांच साल, 108 फीट ऊंचा होगा शिखर
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि कल्कि धाम का निर्माण लगभग 5 एकड़ में होगा, जबकि मंदिर निर्माण में करीब 5 साल का समय लग सकता है. कल्कि मंदिर का शिखर 108 फीट ऊंचा होगा, जबकि 11 फीट के ऊपर मंदिर का चबूतरा बनेगा. बताया कि संभल पौराणिक शहर के रूप में जाना जाता है. यहां 68 तीर्थ हैं, इसलिए इस मंदिर में 68 तीर्थ की स्थापना होगी. बताया कि यह मंदिर भवन के दृष्टिकोण से भव्य होगा और धार्मिक दृष्टिकोण से भी दिव्य होगा. बताया कि कल्कि पीठ अपनी पुरानी जगह ही रहेगा, लेकिन जब कल्कि धाम बनेगा तब उसके लिए भगवान का नया विग्रह होगा, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. मंदिर में पूरे 10 गर्भ गृह होंगे. इस मंदिर में भगवान विष्णु के 10 अवतारों के 10 अलग-अलग गर्भ गृह स्थापित किए जाएंगे. सोमनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में लगे गुलाबी रंग के पत्थर से ही कल्कि धाम का निर्माण किया जाएगा. इस मंदिर में स्टील या लोहे का इस्तेमाल कदापि नहीं किया जाएगा.