कानपुर : जिले के नवाबगंज क्षेत्र के अंतर्गत बीते दिनों सराफा व्यापारी के घर और दुकान से एक करोड़ से ज्यादा की चोरी हुई. नवाबगंज पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है.
सीसीटीवी फुटेज से चोरों तक पहुंची पुलिस: नवाबगंज क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले जुगल किशोर के तीन मंजिला मकान में ही उनकी ज्वेलरी की दुकान है. बीते 30/31 दिसंबर की रात उनके घर के बगल में खाली पड़े प्लाट से अज्ञात चोरों ने घर की छत के जाल को काटकर घर के अंदर प्रवेश किया था. चोर घर व दुकान से सोने व चांदी के आभूषण समेत नगदी लेकर फरार हो गए थे. इस मामले में जुगल किशोर ने दावा किया था, कि उनके घर से एक करोड़ से ज्यादा की चोरी हुई है. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए थे.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालना शुरू कर दिया था. सोमवार को पुलिस ने सर्विलांस टीम और 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद दो शातिर चोर दलवीर लोधी राजपूत निवासी चुनीपुर थाना सकीट जनपद एटा व विश्वनाथ कुशवाहा पुत्र स्व. राम आश्रय कुशवाहा निवासी थाना बिठूर को गिरफ्तार कर लिया.
इस पूरे मामले में डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत सर्राफ कारोबारी के घर में बीते 30/31 दिसंबर की रात चोरी की घटना हुई थी. चोरों ने घर से जेवरात समेत काफी सामान चोरी किया था. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. सराफा व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था और इस मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी.
उन्होंने बताया कि, सोमवार को सर्विलांस टीम और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से पुलिस ने चोरी किए गए जेवरात में से 90% से अधिक का सामान बरामद किया है.
पत्नी को जेल से छुड़ाने के लिए अंजाम दी थी चोरी: डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि, आरोपी दलवीर लोधी एटा का रहने वाला शातिर चोर है. वह ज्यादातर शराब की दुकान व घर को टारगेट करता है. पूर्व में उसके खिलाफ चोरी समेत अन्य नौ गंभीर धाराओं में मुकदमे भी दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि, नवाबगंज इलाके में पहले हुई एक चोरी के मामले में दलवीर और उसकी पत्नी आरती जेल में बंद थे. वहीं आरोपी विश्वनाथ कुशवाहा अपनी पत्नी की हत्या के केस में जेल में बंद था. दलवीर और विश्वनाथ कुशवाहा दोनों की ही मुलाकात जेल में हुई थी. दलवीर अक्टूबर में जेल से जमानत पर छूटा और विश्वनाथ 12 दिसंबर को जेल से जमानत पर बाहर आया था. दलवीर को जहां पत्नी को जेल से जमानत पर छुड़ाने के लिए पैसे चाहिए थे, वहीं विश्वनाथ को अपना मुकदमा लड़ने के लिए पैसों की जरूरत थी. जिसके चलते दोनों ने मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था.
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी विश्वनाथ ने बताया कि, उसका नवाबगंज मंडी में उठना बैठना था. जिसके चलते उसे पता था कि सराफा जुगल किशोर कब दुकान खोलते हैं और कब दुकान बंद करते हैं इसके बाद उसने दलवीर के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया. इस घटना में दलवीर की चोरी का अनुभव काफी काम आया क्योंकि उसने पहले भी कई सराफा के यहां पर चोरी की हुई है. घटना वाले दिन दोनों बाइक से मौके पर पहुंचे थे. विश्वनाथ बाहर ही था जबकि दलबीर ने पूरी घटना को अंजाम दिया था. दोनों के पास से पुलिस ने चोरी का 265 ग्राम सोना और 4 किलो चांदी समेत 30 लाख का जे़वर व वारदात में प्रयुक्त बाइक 2 मोबाइल फोन, गाड़ी और अन्य सामान बरामद किया है.
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