नई दिल्ली: भारत बेमौसम गर्मी का सामना कर रहा है. पांच साल में पहली बार 25 फरवरी को मुंबई में तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जिसके कारण भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शहर और उसके आसपास के इलाकों के लिए हीटेवेव का यलो अलर्ट जारी किया है. इसके उलट, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तरी भारत में ताजा बर्फबारी हुई है, जिससे देश में मौसम की एक विपरीत तस्वीर सामने आई है.
मुंबई में पिछले 5 सालों में सबसे गर्म रही फरवरी
आईएमडी के अनुसार, 25 फरवरी को मुंबई का तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सांताक्रूज के वेधशाला में सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक है. यह साल 2020 के बाद से फरवरी का सबसे अधिक तापमान है. इससे पहले 28 फरवरी 2020 को मुंबई का तापमान इस स्तर को छुआ था. फरवरी का अब तक का सबसे गर्म तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस है, जो 25 फरवरी 1966 को दर्ज किया गया था.
मौसम विशेषज्ञ डॉ. नरेश ने बेमौसम गर्मी के बारे में बताते हुए कहा, "स्थानीय विषमता हमेशा बनी रहती है. आम तौर पर, जब मार्च आता है, तो महाराष्ट्र और अन्य दक्षिणी भागों जैसे दक्षिण ओडिशा और दक्षिण गुजरात में तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है. इन क्षेत्रों में सबसे पहले लू चलती है. अप्रैल में मध्य भारत भी इसकी चपेट में आ जाता है और मई में उत्तर और मध्य भारत में लू की स्थिति बन जाती है."
आईएमडी ने आने वाले दो दिनों में मुंबई में गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने का अनुमान जताया है और तापमान 37-38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में भी लू की चेतावनी जारी की गई है.
मुंबई में क्यों बढ़ रही है गर्मी?
मुंबई के बढ़ते तापमान के पीछे कई मौसम संबंधी कारण हैं:
- देरी से आने वाली समुद्री हवा: मुंबई में आमतौर पर ऐसा होता है कि तटीय शहर होने के कारण ठंडी समुद्री हवा आती है. इस बार, इसके आने में देरी के कारण, अत्यधिक गर्मी पड़ रही है.
- तेज पूर्वी हवाएं: ये पूर्वी हवाएं आंतरिक भाग से शुष्क और गर्म हवाएं ला रही हैं, जो सामान्य शीतलन प्रभाव को बाधित कर रही हैं.
- मध्य-स्तर का एंटीसाइक्लोन: इस प्रकार का मौसम हवा को ऊपर नहीं आने देता, इसलिए गर्मी जमीन के पास ही रहती है.
डॉ. नरेश ने यह भी बताया, "मुंबई के पश्चिमी तट पर हवा का पैटर्न एक जैसा है. आम तौर पर, जब समुद्री हवा आती है, तो यह तापमान में बहुत अधिक वृद्धि को रोकती है. लेकिन इस साल, लगातार पूर्वी हवाओं के साथ, मुंबई, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल में लू की स्थिति है."
हीटवेव का प्रभाव
तीव्र गर्मी सार्वजनिक स्वास्थ्य और दैनिक जीवन के लिए कई तरह के खतरे लेकर आती है:
- स्वास्थ्य संबंधी खतरे: उच्च तापमान हीटस्ट्रोक, निर्जलीकरण और गर्मी से थकावट का जोखिम बढ़ाता है.
- कृषि पर प्रभाव: बेमौसम गर्मी कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, जिससे पैदावार कम हो सकती है और खाद्य सुरक्षा प्रभावित हो सकती है.
- ऊर्जा की बढ़ी मांग: अत्यधिक गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है, क्योंकि निवासी कूलिंग सिस्टम पर अधिक निर्भर हैं, जिससे बिजली आपूर्ति पर दबाव पड़ता है.
पर्यावरण विशेषज्ञ मनु सिंह ने कहते हैं कि दिन के सबसे गर्म समय में हाइड्रेटेड रहना और धूप से दूर रहना जैसे कदम महत्वपूर्ण हैं, हमें बढ़ते तापमान के दीर्घकालिक प्रभावों का भी समाधान करने की जरूरत है. शहरी नियोजन में अधिक हरियाली और गर्मी प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे को शामिल करने की जरूरत है."
अन्य क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मुंबई और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है, वहीं उत्तर भारत के अधिकांश हिस्से जैसे दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज अलग है.
दिल्ली का बढ़ता तापमान और बारिश की आशंका
25 फरवरी को दिल्ली में अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से दो डिग्री अधिक है. फिर भी, 26 फरवरी से 28 फरवरी के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण छिटपुट हल्की बारिश होगी, जिससे दिल्लीवासियों को राहत मिलेगी.
आईएमडी का अनुमान है कि 28 फरवरी तक दिल्ली का तापमान धीरे-धीरे बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा, जिसके बाद अनुमानित बारिश के कारण तापमान ठंडा हो जाएगा.
डॉ. नरेश ने कहते हैं, "हमें 26 से 28 फरवरी के बीच पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सहित उत्तरी मैदानी इलाकों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की उम्मीद है. इससे तापमान कम होगा और हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा."
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी
मुंबई में जहां रिकॉर्ड गर्मी देखने को मिली, वहीं जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में ताजा बर्फबारी हुई. श्रीनगर मौसम विज्ञान केंद्र ने 26 से 28 फरवरी तक कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है.
डॉ. नरेश ने बताया, "आज से उत्तर-पश्चिम भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते हमने अगले 4 दिनों के लिए पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के लिए चेतावनी जारी की है. इसमें जम्मू-कश्मीर के लिए 4 दिनों की भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी गई है. 26-27 फरवरी को 12 सेमी से अधिक बारिश हो सकती है. हिमाचल और उत्तराखंड के लिए भी 26, 27 और 28 फरवरी को चेतावनी है."
दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में सुधार
पिछले सप्ताह दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है. 24 फरवरी को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 186 (मध्यम) था, जिसके कारण वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज 2 प्रतिबंध हटाने पड़े. मनु सिंह का कहना है, "हालांकि वायु गुणवत्ता में वृद्धि देखी गई है, अधिकारियों को प्रदूषण के स्तर पर सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है. प्रतिबंधों को फिर से लागू करने से कोई भी ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए."
मौसम पूर्वानुमान
मुंबई और पश्चिमी भारत: अगले 48 घंटों तक लू जारी रहेगी, जिसके बाद 29 फरवरी तक इसमें थोड़ी कमी आएगी.
उत्तर भारत: दिल्ली और आसपास के इलाकों में 28 फरवरी तक हल्की बारिश हो सकती है, जिससे थोड़े समय के लिए बढ़ते तापमान से राहत मिलेगी.
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश: ऊंचाई वाले इलाकों में अगले चार दिनों में और बर्फबारी होगी.
गुजरात और मध्य भारत: अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है.
तटीय कर्नाटक, गोवा और कोंकण: 28 फरवरी तक गर्म और आर्द्र मौसम जारी रह सकता है.
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