बिहारः 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में अब यात्राओं वाली पॉलिटिक्स शुरू हो गयी है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव 10 सितंबर से कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर हैं तो अब पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादवभी 29 सितंबर से यात्रा पर निकल रहे हैं. पप्पू यादव ने इस यात्रा को नाम दिया है वक्फ और कब्रिस्तान अधिकार यात्रा.
सीमांचल से शुरुआत, पटना में समापनः 29 सितंबर से शुरू हो रही यात्रा को लेकर सांसद पप्पू यादव ने पटना में बताया कि हमारी यात्रा का नाम वफ्फ कब्रिस्तान अधिकार यात्रा होगा और इसकी शुरुआत 29 सितंबर से सीमांचल में होगी, जबकि पटना के गांधी मैदान में यात्रा का समापन होगा.
"पहले दिन 29 सितंबर को अररिया, 30 तारीख को किशनगंज, 31 को कटिहार कोसी सीमांचल होते हुए पटना के गांधी मैदान तक यह यात्रा आएगी.सुन्नी वफ्फ बोर्ड कमेटी के सारे मेंबर से हम बात कर रहे हैं.इमार-ए शरिया से लेकर इस्लामी संगठन जो भी हैं उनसे मेरी बातचीत हुई है"-पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया
'सभी को मिलनी चाहिए धार्मिक आजादी':पप्पू यादव ने कहा कि वफ्फ बोर्ड का कानून जो आया यह काला कानून है. यह काला कानून हर धर्म की आजादी पर और लोगों के जीने की आजादी पर हमला है. अब मरने के बाद भी कब्रिस्तान में जाने के लिए सोचना पड़ेगा.
"सारी जमीन उदयोगपति को दे दी जाए इसके हम खिलाफ हैं.वफ्फ कब्रिस्तान का अधिकार को छीनने के हम खिलाफ है. वफ्फ जो बिल्कुल रिलिजन से जुड़ा मामला है जो मुसलमान से जुड़ा मामला नही है .उसके जीवन से जुड़ा मामला है .इन्होंने डिफाइन किया है यह काला कानून है मेरे जीते जी पप्पू यादव के जीते जी लागू नहीं होगा"-पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया