पटनाःदिल्ली कोचिंग हादसे के बाद अवैध तरीकों से संचालित हो रहे कोचिंग संस्थाओं पर एक्शन शुरू हो गया है. इस बीच जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. इसको लेकर मंगलवार को मसौढी में एसडीएम के नेतृत्व में गांधी मैदान के आसपास के सभी कोचिंग संस्थानों की सघन जांच की गई.
6 सदस्यीय टीम बनायी गयीः एसडीएम अमित कुमार पटेल ने कहा कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए जिलाधिकारी ने अनुमंडलवार जांच टीम बनाई है. छह सदस्यीय टीम में स्पीकर, अनुमंडल पदाधिकारी और सहित 6 सदस्य को शामिल किया गया है. इस टीम में अग्निशमन अधिकारी, सीओ, बीईओ, कार्यपालक पदाधिकारी और क्षेत्र के थानाध्यक्ष को शामिल किया गया है.
"डीएम के आदेश के बाद जांच की जा रही है. कोचिंग में सुविधा की जांच की जा रही है. कई जगह सुविधाओं और सेफ्टी में कमी पायी गयी है. इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी. निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."- अमित कुमार पटेल, एसडीएम मसौढ़ी
मसौढ़ी में कोचिंग की जांच करने पहुंचे पदाधिकारी (ETV Bharat) फायर सेफ्टी की कमीः कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन, प्रवेश-निकास की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों, फायर सेफ्टी, बिल्डिंग बायलॉज, ड्रेनेज सिस्टम, इमरजेंसी स्थिति से निपटने की व्यवस्था की जांच की जा रही है. सभी जगह पर टीम गठित कर जांच की जा रही है. मसौढ़ी में कोचिंग संस्थान में जांच के दौरान कई जगहों पर काफी कमियां देखी गई है. कई कोचिंग संस्थानों में फायर सेफ्टी, छात्र-छात्राओं के बुनियादी सुविधा टॉयलेट की सुविधा नहीं थी.
कोचिंग में मिले एक ही प्रवेश द्वारः जांच में कई जगहों पर कोचिंग संस्थान से निकलने के लिए मात्र एक प्रवेश द्वार थे. एसडीएम ने बताया कि विभिन्न बिंदु पर जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जाएगी. उसके बाद अगले तक कार्रवाई की जाएगी. मसौढ़ी में प्रशासन की हुई इस कार्रवाई से कोचिंग संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है. दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद पूरे बिहार में प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
क्या है मामला? रविवार की रात दिल्ली में आईएएस की तैयारी कराने वाले कोचिंग संस्थान में हादसा हुआ. बेसमेंट में लाइब्रेरी में पानी भरने के कारण तीन छात्र-छात्राओं की मौत हो गयी. इसमें बिहार के औरंगाबाद की तान्या भी थी जिसकी मौत इस घटना में हो गयी. इस घटना को लेकर पूरे देश में प्रशासन हाई अलर्ट पर है. सभी कोचिंग संस्थानों में इसको लेकर जांच की जा रही है.
यह भी पढ़ेंः