मधुबनी: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्मश्री पुरस्कारों को लेकर एलान किया गया. पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त करने वालों में मधुबनी जिले से एक दंपत्ति के नाम की भी घोषणा की गई. गोदना पेंटिंग को लेकर मधुबनी जिले के लहेरियागंज वार्ड नंबर एक के शिवम पासवान और उनकी पत्नी शांति देवी का नाम इसमें शामिल हुआ. शिवम पासवान और उनकी पत्नी शांति देवी का गोदना कला में काफी योगदान रहा है.
इस कला के लिए मिला पद्म पुरस्कार: गोदना कला को नया जीवन देने वाले शिवम पासवान और उनकी पत्नी हैं, जिन्होंने लुप्त होते इसे कला पर एक बार फिर से काम किया है. शिवम पासवान ने कहा कि उन लोगों की "मेहनत रंग लाई है. सामाजिक विभेद के दंश पर पुरस्कार ने मरहम का काम किया है. पिछड़ा वर्ग से आने के कारण समाज में काफी भेदभाव था. वहीं कला के प्रति काफी प्रेम था. पति-पत्नी समाज के तानों पर बिना ध्यान दिए हुए आगे बढ़ते रहे. आरंभ के दिनों में विभिन्न देवी-देवताओं की पेंटिंग बनाते थे इसके कारण समाज के कुछ लोग मना करते थे कि अपने देवी-देवताओं की कला मत बनाओ."