पटना:दानापुर की पूर्व बीजेपी विधायक आशा सिन्हाउर्फ आशा देवी के पति सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के मामले में पटना उच्च न्यायालय ने नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने दानापुर के मौजूदा आरजेडी विधायक रीतलाल यादवसमेत अन्य के विरुद्ध नोटिस जारी किया है. जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद और जस्टिस शैलेंद्र सिंह की खंडपीठ ने ये नोटिस उस मामले में राज्य सरकार की अपील समेत चार अपीलों पर सुनवाई करते हुए जारी किया है.
रीतलाल यादव की बढ़ी मुश्किलें: इसमें एक अपील पूर्व विधायक आशा देवी की ओर से भी दायर किया गया है. इस हत्याकांड मामले में निचली अदालत ने चारों आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया था लेकिन अब रीतलाल यादव समेत सभी लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है.
24 मार्च को होगी अगली सुनवाई: इस मामले में पटना हाईकोर्ट के समक्ष राज्य सरकार की ओर से क्रिमिनल अपील राज्य सरकार के अधिवक्ता अजय मिश्रा के जरिए दायर की गई है. अब इस मामले में आगे की सुनवाई आगामी 24 मार्च 2025 को होगी.
कब हुई थी सत्यनारायण सिन्हा की हत्या?:आपको बताएं कि 30 अप्रेल 2003 को आरजेडी की ओर से राजधानी पटना के गांधी मैदान में 'तेल पिलावन, लाठी घुमावन' रैली का आयोजन किया गया था. उसी दिन खगौल के जमालुद्दीन चक के पास आशा सिन्हा के पति सत्यनारायण सिन्हा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप रीतलाल यादव पर लगा था. हालांकि बाद में निचली अदालत ने उनको बरी कर दिया था.
कौन हैं रीतलाल यादव?:बाहुबली छवि के रीतलाल यादव अभी पटना जिले की दानापुर विधानसभा सीट से आरजेडी के विधायक हैं. उन्होंने 2020 में बीजेपी कैंडिडेट आशा सिन्हा को हराया था. आशा उस सीट से कई बार विधायक रह चुकी हैं. विधायक बनने से पहले रीतलाल विधान पार्षद भी रह चुके हैं.