पंचकूला: हरियाणा में 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ नई सरकार बनते ही नायब सैनी कई अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकते हैं. इन अधिकारियों पर चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवारों का साथ देने का आरोप लगाया गया था. इसके साथ ही प्रदेश की शीर्ष स्तर की अफसरशाही में भी बड़ा बदलाव हो सकता है.
भितरघात करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान नायब सिंह सैनी स्पष्ट कर चुके हैं कि चुनाव के दौरान वह संदिग्ध आचरण वाले प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्ती नहीं दिखा सके. लेकिन उनके पास लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में कुछ अधिकारियों द्वारा भीतरघात की शिकायत पहुंची थी. माना जा रहा है कि अब हरियाणा की नई सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. विशेष तौर पर लंबे समय से एक ही जिले में बैठे डीसी और एसपी समेत अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को स्थानांतरित किया जा सकता है.
अफसरशाही में बड़े स्तर पर होगा बदलाव
चर्चा है कि नायब सैनी के सीएम बनने के बाद मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पदों पर नई नियुक्तियां किया जाना भी लगभग तय है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं. वहीं लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सही भूमिका नहीं निभाने वाले कुछ आईएएस-एचसीएस और आइपीएस व एचपीएस अधिकारियों को भी साइडलाइन लगाया जा सकता है.
31 अक्टूबर को मुख्य सचिव होंगे रिटायर
1988 बैच के आईएएस अधिकारी टीवीएसएन प्रसाद 31 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे. हालांकि उनकी एक्सटेंशन की कोशिश की जा रही है. लेकिन एक्सटेंशन नहीं मिलती तो सबसे वरिष्ठ 1989 बैच के वह आइएएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में केंद्रीय वित्त मंत्रालय में बतौर सचिव प्रतिनियुक्ति पर हैं. इनसे दूसरे स्थान पर 1990 बैच के छह अधिकारी हैं, जिनमें से किसी एक को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
यह हैं वरिष्ठ अधिकारी
आईएएस अधिकारियों में सबसे वरिष्ठ सुधीर राजपाल और डॉक्टर सुमिता मिश्रा हैं. फिर आगामी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले अंकुर गुप्ता हैं, जिन्हें सेवाकाल कम रहने के चलते इस जिम्मेदारी से मुक्त रखा जा सकता है. इनके अलावा मुख्य सचिव की दौड़ में 1990 बैच के अनुराग रस्तोगी, आनंद मोहन शरण और राजा शेखर वुंडरू के नाम भी हैं.
17 अक्टूबर को शपथग्रहण
हरियाणा में 17 अक्टूबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण है. हरियाणा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 48 सीटें जीतीं हैं. चुनाव से पहले मनोहर लाल को हटाकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. ये चुनाव उन्हीं के चेहरे पर लड़ा गया. इसलिए अभी तक नायब सैनी के ही अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की संभावना है.
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