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गुजरात में दिवाली के दौरान 61 लाख से अधिक टूरिस्ट पहुंचे, यहां के पर्यटन स्थल मोह लेंगे मन

गुजरात इन दिनों देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. जानें इसकी बड़ी वजह.

Gujarat's Tourist Destinations
सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान में रेलवे ट्रैक पार करता एक एशियाई शेर (फाइल) (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 25, 2024, 5:18 PM IST

गांधीनगर: गुजरात अपनी बेजोड़ सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यह वजह है कि, देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए भारत का यह राज्य फेवरेट डेस्टिनेशन के तौर उभरा है. गुजरात के टूरिस्ट एरिया को ग्लोबल मैप पर स्थान दिलाने के लिए राज्य ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में प्रगति की है. इन प्रयासों का उद्देश्य बाहर से आने वाले पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है. यही वजह है कि, यहां हर साल आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है.

26 अक्टूबर से 15 नवंबर, 2024 तक 20 दिवसीय दिवाली अवकाश अवधि के दौरान, 61.70 लाख विजिटर्स ने राज्य भर में 16 प्रमुख पर्यटन स्थलों और तीर्थ स्थलों की यात्रा की. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, अटल ब्रिज, रिवरफ्रंट फ्लावर पार्क, कांकरिया झील, पावागढ़ मंदिर, अंबाजी मंदिर, गिरनार रोपवे, साइंस सिटी, वडनगर, सोमनाथ मंदिर, द्वारका मंदिर, नादाबेट, मोढेरा सूर्य मंदिर, स्मृति वन स्मारक, गिर सफारी और दांडी स्मारक सहित लोकप्रिय स्थलों पर भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे. वैसे ही अहमदाबाद की कांकरिया झील में अकेले 5.50 लाख से अधिक विजिटर्स आए, जबकि द्वारका मंदिर में सबसे अधिक 13 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे.

2024 की दिवाली की छुट्टियों के दौरान, गुजरात में 61.70 लाख आगंतुकों की प्रभावशाली आमद देखी गई, जिन्होंने इसके 16 प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों और तीर्थ स्थलों की खोज की, जो एक शीर्ष यात्रा गंतव्य के रूप में राज्य की बढ़ती अपील को दर्शाता है.

गुजरात के इन पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या

  • 1. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और उससे जुड़े आकर्षण को देखने 490,151 पर्यटक पहुंचे.
  • 2 .अटल ब्रिज को देखने के लिए 177,060 पर्यटक पहुंचे.
  • 3. रिवरफ्रंट फ्लावर पार्क 16,292 पर्यटक आए.
  • 4. कांकरिया झील को देखने के लिए 595,178 पर्यटक पहुंचे.
  • 5. पावागढ़ मंदिर और रोपवे 892,126 पर्यटक पहुंचे.
  • 6. अंबाजी मंदिर, शक्तिपीठ परिक्रमा, रोपवे 1,208,273 पर्यटक पहुंचे.
  • 7. गिरनार रोपवे 105,092 पर्यटक आए.
  • 8. साइंस सिटी (संगीतमय फव्वारा सहित) 102,438 पर्यटक आए.
  • 9. वडनगर में 74,189 पर्यटक आए.
  • 10. सोमनाथ मंदिर के दर्शन करने 866,720 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 11. द्वारका मंदिर दर्शन के लिए 1,343,390 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 12. नदाबेट 64,745 पर्यटक आए.
  • 13. मोढेरा सूर्य मंदिर 45,375 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 14. स्मृतिवन स्मारक, भुज 45,527 पर्यटक आए
  • 15. गिर जंगल सफारी, देवलिया जीप और बस सफारी 113,681 पर्यटक आए.
  • 16. दांडी स्मारक देखने के लिए 30,479 पर्यटक पहुंचे.
  • 17. 2023-24 को कच्छ में रण उत्सव के दौरान 7.42 लाख पर्यटक आए.

बहुप्रतीक्षित रण उत्सव आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. उत्सव के दौरान, विजिटर विभिन्न साहसिक खेल गतिविधियों के साथ-साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं. 2024-25 के संस्करण के लिए, उत्सव में एक एडवेंचर जोन होगा जिसमें पैरामोटरिंग और एटीवी राइड सहित 20 अलग-अलग गतिविधियां होंगी. इसके अतिरिक्त, बच्चों की गतिविधि और मनोरंजन, ज्ञान पार्क की स्थापना की जाएगी, जिसमें 10 अलग-अलग गतिविधियां होंगी, जैसे कि खेल और पोषण की समझ को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, साथ ही एक वीआर गेम जोन वगैरह वगैरह.

G20 बैठकों में दुनिया को गुजरात के पर्यटन आकर्षणों से अवगत कराया गया
हाल ही में, गुजरात ने भारत की अध्यक्षता के तहत G-20 बैठकों की एक श्रृंखला की मेजबानी की. राज्य सरकार ने कच्छ के धोरडो और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसे विश्व स्तरीय पर्यटन स्थलों पर इन बैठकों का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिससे जी-20 प्रतिनिधियों को गुजरात की समृद्ध विरासत का अनुभव करने का अवसर मिला. प्रतिनिधियों ने धोलावीरा, मोढेरा सूर्य मंदिर, अहमदाबाद के ऐतिहासिक स्थल, गिफ्ट सिटी और दांडी कुटीर सहित उल्लेखनीय आकर्षणों का दौरा किया और राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की प्रशंसा की. इन प्राचीन शहरों की उनकी यात्रा ने एक स्थायी छाप छोड़ी, जिसमें प्रतिनिधियों ने कहा कि, ये स्थल दुनिया का बेजोड़ खजाना हैं. जिसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए उन्हें संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया.

ये भी पढ़ें: चार शेरों के बीच में फंस गया सांड, जानें कैसे बचाई जान?

गांधीनगर: गुजरात अपनी बेजोड़ सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यह वजह है कि, देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए भारत का यह राज्य फेवरेट डेस्टिनेशन के तौर उभरा है. गुजरात के टूरिस्ट एरिया को ग्लोबल मैप पर स्थान दिलाने के लिए राज्य ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में प्रगति की है. इन प्रयासों का उद्देश्य बाहर से आने वाले पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है. यही वजह है कि, यहां हर साल आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है.

26 अक्टूबर से 15 नवंबर, 2024 तक 20 दिवसीय दिवाली अवकाश अवधि के दौरान, 61.70 लाख विजिटर्स ने राज्य भर में 16 प्रमुख पर्यटन स्थलों और तीर्थ स्थलों की यात्रा की. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, अटल ब्रिज, रिवरफ्रंट फ्लावर पार्क, कांकरिया झील, पावागढ़ मंदिर, अंबाजी मंदिर, गिरनार रोपवे, साइंस सिटी, वडनगर, सोमनाथ मंदिर, द्वारका मंदिर, नादाबेट, मोढेरा सूर्य मंदिर, स्मृति वन स्मारक, गिर सफारी और दांडी स्मारक सहित लोकप्रिय स्थलों पर भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे. वैसे ही अहमदाबाद की कांकरिया झील में अकेले 5.50 लाख से अधिक विजिटर्स आए, जबकि द्वारका मंदिर में सबसे अधिक 13 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे.

2024 की दिवाली की छुट्टियों के दौरान, गुजरात में 61.70 लाख आगंतुकों की प्रभावशाली आमद देखी गई, जिन्होंने इसके 16 प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों और तीर्थ स्थलों की खोज की, जो एक शीर्ष यात्रा गंतव्य के रूप में राज्य की बढ़ती अपील को दर्शाता है.

गुजरात के इन पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या

  • 1. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और उससे जुड़े आकर्षण को देखने 490,151 पर्यटक पहुंचे.
  • 2 .अटल ब्रिज को देखने के लिए 177,060 पर्यटक पहुंचे.
  • 3. रिवरफ्रंट फ्लावर पार्क 16,292 पर्यटक आए.
  • 4. कांकरिया झील को देखने के लिए 595,178 पर्यटक पहुंचे.
  • 5. पावागढ़ मंदिर और रोपवे 892,126 पर्यटक पहुंचे.
  • 6. अंबाजी मंदिर, शक्तिपीठ परिक्रमा, रोपवे 1,208,273 पर्यटक पहुंचे.
  • 7. गिरनार रोपवे 105,092 पर्यटक आए.
  • 8. साइंस सिटी (संगीतमय फव्वारा सहित) 102,438 पर्यटक आए.
  • 9. वडनगर में 74,189 पर्यटक आए.
  • 10. सोमनाथ मंदिर के दर्शन करने 866,720 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 11. द्वारका मंदिर दर्शन के लिए 1,343,390 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 12. नदाबेट 64,745 पर्यटक आए.
  • 13. मोढेरा सूर्य मंदिर 45,375 श्रद्धालु पहुंचे.
  • 14. स्मृतिवन स्मारक, भुज 45,527 पर्यटक आए
  • 15. गिर जंगल सफारी, देवलिया जीप और बस सफारी 113,681 पर्यटक आए.
  • 16. दांडी स्मारक देखने के लिए 30,479 पर्यटक पहुंचे.
  • 17. 2023-24 को कच्छ में रण उत्सव के दौरान 7.42 लाख पर्यटक आए.

बहुप्रतीक्षित रण उत्सव आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. उत्सव के दौरान, विजिटर विभिन्न साहसिक खेल गतिविधियों के साथ-साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं. 2024-25 के संस्करण के लिए, उत्सव में एक एडवेंचर जोन होगा जिसमें पैरामोटरिंग और एटीवी राइड सहित 20 अलग-अलग गतिविधियां होंगी. इसके अतिरिक्त, बच्चों की गतिविधि और मनोरंजन, ज्ञान पार्क की स्थापना की जाएगी, जिसमें 10 अलग-अलग गतिविधियां होंगी, जैसे कि खेल और पोषण की समझ को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, साथ ही एक वीआर गेम जोन वगैरह वगैरह.

G20 बैठकों में दुनिया को गुजरात के पर्यटन आकर्षणों से अवगत कराया गया
हाल ही में, गुजरात ने भारत की अध्यक्षता के तहत G-20 बैठकों की एक श्रृंखला की मेजबानी की. राज्य सरकार ने कच्छ के धोरडो और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसे विश्व स्तरीय पर्यटन स्थलों पर इन बैठकों का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिससे जी-20 प्रतिनिधियों को गुजरात की समृद्ध विरासत का अनुभव करने का अवसर मिला. प्रतिनिधियों ने धोलावीरा, मोढेरा सूर्य मंदिर, अहमदाबाद के ऐतिहासिक स्थल, गिफ्ट सिटी और दांडी कुटीर सहित उल्लेखनीय आकर्षणों का दौरा किया और राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की प्रशंसा की. इन प्राचीन शहरों की उनकी यात्रा ने एक स्थायी छाप छोड़ी, जिसमें प्रतिनिधियों ने कहा कि, ये स्थल दुनिया का बेजोड़ खजाना हैं. जिसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए उन्हें संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया.

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