ETV Bharat / state

"ओ बंदर कल आना...", हरियाणा के मेवात में बंदरों का आतंक, बच्चों-महिलाओं को काट रहे

हरियाणा के मेवात में लोग बंदरों के आतंक से खासे परेशान हैं. बंदर बच्चों और महिलाओं को काट रहे हैं जिसके चलते जीना मुहाल है.

Monkey terror in Sudaka village of Nuh Mewat Haryana
हरियाणा के मेवात में बंदरों का आतंक (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

नूंह : हरियाणा के मेवात के सुडाका गांव में बंदरों का इन दिनों ख़ासा आतंक है जिससे लोग ख़ासे परेशान हैं. लोगों ने प्रशासन से बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाने की मांग की है.

बंदरों का आतंक : बंदरों का आतंक निरंतर बढ़ने से लोग परेशान हैं. प्रशासन से बार-बार लोग बंदरों से छुटकारा दिलाने की मांग करते रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है. गांव में बंदरों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है जिससे बड़ी संख्या में लोग घरों में कैद रहने को मजबूर है. बंदरों से बचने के लिए लोग तरह-तरह की कोशिशें कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी बंदर हर रोज गांव में बच्चों, बुजुर्गों, राहगीरों और महिलाओं को काट रहे हैं.

हरियाणा के मेवात में बंदरों का आतंक (Etv Bharat)

घरों से निकलना हुआ मुश्किल : गांव के लोगों ने कहा कि संबंधित विभाग को चाहिए कि वो बंदरों को पकड़वा कर इनके आतंक से छुटकारा दिलाए. लोगों ने बताया कि बंदरों की बढ़ रही संख्या के चलते गलियों में लोगों का निकलना तक मुश्किल हो गया है. बंदरों की टोलियां घरों में घुसकर घर में रखा सामान उठा कर ले जाती हैं. बंदरों के डर से गलियों में, छतों पर बच्चे नहीं खेलते हैं. महिलाएं भी छतों पर कपड़े सुखाने के बाद उनकी रखवाली करती हैं क्योंकि बंदर छतों पर सूखने वाले कपड़े ले जाते हैं. बंदरों के आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अस्पताल में हर रोज तीन से चार केस टीके लगवाने पहुंचते हैं जिन्हें बंदरों ने काटा हुआ होता है. कई दफा तो अस्पताल में टीका तक नहीं मिलता जिससे परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है. ग्रामीणों ने बताया की बंदरों का आतंक इतना है कि गली से राहगीर अकेले नहीं जा सकता है. गलियों की दीवार पर बंदर टोलियों के साथ बैठे रहते हैं. लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।

हरियाणा समेत देश की ताजा ख़बरें पढ़ने के लिए ईटीवी भारत ऐप डाउनलोड करें. यहां आपको मिलेंगी तमाम बड़ी ख़बरें, हर बड़ा अपडेट, वो भी सबसे सटीक और डिटेल एनालिसिस के साथ - Download App

ये भी पढ़ें : Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024 : संकष्टी चतुर्थी कब है, जान लीजिए सही तारीख और पूजा की पूरी विधि

ये भी पढ़ें : Kaal Bhairav jayanti 2024 : कालभैरव जयंती कब है, जानिए सही तारीख और पूजा विधि

ये भी पढ़ें : हरियाणा में महिलाओं को दिए जायेंगे राज्य स्तरीय अवार्ड, जानिए कौन कर सकता है आवेदन...

नूंह : हरियाणा के मेवात के सुडाका गांव में बंदरों का इन दिनों ख़ासा आतंक है जिससे लोग ख़ासे परेशान हैं. लोगों ने प्रशासन से बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाने की मांग की है.

बंदरों का आतंक : बंदरों का आतंक निरंतर बढ़ने से लोग परेशान हैं. प्रशासन से बार-बार लोग बंदरों से छुटकारा दिलाने की मांग करते रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है. गांव में बंदरों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है जिससे बड़ी संख्या में लोग घरों में कैद रहने को मजबूर है. बंदरों से बचने के लिए लोग तरह-तरह की कोशिशें कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी बंदर हर रोज गांव में बच्चों, बुजुर्गों, राहगीरों और महिलाओं को काट रहे हैं.

हरियाणा के मेवात में बंदरों का आतंक (Etv Bharat)

घरों से निकलना हुआ मुश्किल : गांव के लोगों ने कहा कि संबंधित विभाग को चाहिए कि वो बंदरों को पकड़वा कर इनके आतंक से छुटकारा दिलाए. लोगों ने बताया कि बंदरों की बढ़ रही संख्या के चलते गलियों में लोगों का निकलना तक मुश्किल हो गया है. बंदरों की टोलियां घरों में घुसकर घर में रखा सामान उठा कर ले जाती हैं. बंदरों के डर से गलियों में, छतों पर बच्चे नहीं खेलते हैं. महिलाएं भी छतों पर कपड़े सुखाने के बाद उनकी रखवाली करती हैं क्योंकि बंदर छतों पर सूखने वाले कपड़े ले जाते हैं. बंदरों के आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अस्पताल में हर रोज तीन से चार केस टीके लगवाने पहुंचते हैं जिन्हें बंदरों ने काटा हुआ होता है. कई दफा तो अस्पताल में टीका तक नहीं मिलता जिससे परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है. ग्रामीणों ने बताया की बंदरों का आतंक इतना है कि गली से राहगीर अकेले नहीं जा सकता है. गलियों की दीवार पर बंदर टोलियों के साथ बैठे रहते हैं. लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।

हरियाणा समेत देश की ताजा ख़बरें पढ़ने के लिए ईटीवी भारत ऐप डाउनलोड करें. यहां आपको मिलेंगी तमाम बड़ी ख़बरें, हर बड़ा अपडेट, वो भी सबसे सटीक और डिटेल एनालिसिस के साथ - Download App

ये भी पढ़ें : Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024 : संकष्टी चतुर्थी कब है, जान लीजिए सही तारीख और पूजा की पूरी विधि

ये भी पढ़ें : Kaal Bhairav jayanti 2024 : कालभैरव जयंती कब है, जानिए सही तारीख और पूजा विधि

ये भी पढ़ें : हरियाणा में महिलाओं को दिए जायेंगे राज्य स्तरीय अवार्ड, जानिए कौन कर सकता है आवेदन...

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.