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सिवनी मालवा में तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा, राकेश टिकैत के तेवर देखकर प्रशासन के हाथ-पैर फूले - Seoni Malwa Tiranga Tractor Yatra

नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में सोमवार दोपहर को किसानों ने तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा निकाली. इसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत शामिल हुए. प्रशासन ने तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा को मंडी में जाने की अनुमति नहीं दी. लेकिन राकेश टिकैत के तेवर देखकर प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा.

Seoni Malwa Tiranga Tractor Yatra
राकेश टिकैत के तेवर देखकर प्रशासन के हाथ-पैर फूले (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 23, 2024, 7:54 PM IST

सिवनी मालवा (नर्मदापुरम)। नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को सोयाबीन का मूल्य 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा निकाली. यात्रा लगभग दोपहर 1:30 बजे तवा कॉलोनी के पास से शुरू हुई. यात्रा में किसान नेता राकेश टिकैत सबसे आगे ट्रैक्टर लेकर चल रहे थे. नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए दोपहर 3 बजे यात्रा मंडी रोड पर पहुंची. यहां प्रशासन और किसानो की बीच मंडी में जाने को लेकर बहस हुई. इसके बाद किसान नहीं माने और मंडी गेट की और बढ़ने लगे.

राकेश टिकैत ने दिखाए तेवर तो प्रशासन बैकफुट पर

वहीं प्रशासन बैकफुट पर आ गया और यात्रा के आगे-आगे पुलिसकर्मियों ने भागते हुए मंडी गेट की बेरिकेटिंग को हटाया. इसके बाद सभी किसान तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा लेकर नारेबाजी करते हुए मंडी पहुंचे. यहां मंडी शेड में कार्यक्रम की व्यवस्था की गई थी लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत मंडी रोड पर जमीन पर ही बैठ गए. इसके बाद भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों ने सड़क पर ही ट्रैक्टर खड़े कर दिए. राकेश टिकैत ने यहीं किसानों को संबोधित किया. टिकैत ने कहा "आने वाले समय में भूख के आधार पर रोटियों की कीमत तय होगी. किसानों की फसल कंपनी के गोदाम में बंद होगी. किसानों की उत्पादन लागत से 50 फीसदी का मुनाफा देने का वादा प्रधानमंत्री ने किया था और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी यही कहती है, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया."

सिवनी मालवा में तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा (ETV BHARAT)

राकेश टिकैत ने किसानों की मांगें रखीं

किसान नेता टिकैत ने कहा "यदि प्रशासन हमें कृषि उपज मंडी में अंदर नहीं आने देता तो हम यहीं गेट के बाहर सड़क पर ही डेरा डालते. ये राजनितिक मंच नहीं है और राजनैतिक लोग इससे दूर ही रहें. जिसे आना है वह सामने किसानों के बीच में आकर बैठ सकता है."संबोधन के बाद टिकैत ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन मंच पर ही तहसीलदार राकेश खजूरिया को सौंपा. इसमे उपज का मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाये जाने सहित अन्य मांगें की गईं.

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एसडीएम ने परमिशन को लेकर दी सफाई

वहीं, एसडीएम सरोज परिहार का कहना है "सोमवार को वर्किंग डे रहता है. इस जिस कारण बड़ी संख्या में किसान उपज बेचने आते है. जिसे देखते हुए हमने मंडी में सभा की अनुमति नहीं दी. रैली की अनुमति ओवरब्रिज तक की थी. किसानों के द्वारा मांग की जा रही थी, उन्हें भी अपनी बात रखने का अधिकार है. इसलिए गेट खोलकर उन्हें मंडी में जाने दिया गया."

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