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रातोंरात अरबपति बनने के लालच में कंगाल हो गए इंदौर के बड़े डॉक्टर साहब - INDORE CYBER FRAUD

इंदौर के एक नामी-गिरामी डॉक्टर सायबर ठगों के झांसे में फंस गए. ठगों ने डॉक्टर की जिंदगी भर की कमाई लूट ली.

Indore cyber fraud
इंदौर के डॉक्टर के साथ 3 करोड़ की धोखाधड़ी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 11, 2025, 1:37 PM IST

इंदौर: इंदौर में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब जालसाजों के चक्कर में इंदौर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर फंस गए. ठगों ने डॉक्टर साहब को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर रातोंरात अरबपति बनने का झांसा देकर 3 करोड़ से ज्यादा रुपये ठग लिए. जालसाजों के लालच में कंगाल हुए डॉक्टर साहब पुलिस के पास पहुंचे. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

महिला ने वाट्सएप कॉल लगाया, फंस गए डॉक्टर साहब

मामले के अनुसार डॉक्टर को पिछले दिनों व्हाट्सएप पर एक महिला ने फोन लगाया और शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी. महिला ने बताया कि यदि आप ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल के माध्यम से शेयर में इन्वेस्ट करेंगे तो मोटा मुनाफा होगा. महिला की मीठी बातों में डॉक्टर साहब आ गए. इसके बाद डॉक्टर ने ढाई करोड़ से ज्यादा रुपये शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर ठगों द्वारा बताए गए एक एप के माध्यम से लगा दिए. कुछ ही दिन बाद एप पर डॉक्टर को मोटा मुनाफा शो होने लगा. इस पर डॉक्टर ने प्रॉफिट बुकिंग करने की कोशिश की.

मुनाफा वसूली की कोशिश में और रकम लगा दी

जब डॉक्टर ने मुनाफा वसूली की प्रक्रिया शुरू की तो जालसाज महिला व उसके साथियों ने इनकम टैक्स वह आरबीआई का हवाला देकर ये राशि निकालने के लिए कुछ और राशि निवेश करने को कहा. डॉक्टर ने वैसा ही किया. इस तरह से डॉक्टर से जालसाजों ने 3 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश के नाम पर एप के माध्यम से जमा करवा लिए. कुछ ही दिन में डॉक्टर को अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने लगा. उन्होंने पूरे मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी से शिकायत की.

जालसाजों ने एक लिंक दी, इसी से हुआ सारा खेल

इस मामल में एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है "डॉक्टर की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है. पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि उसे व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से शेयर कारोबार में इन्वेस्ट करने के नाम पर रातोंरात अरबपति बनने का सपना दिखाया गया. जालसाजों ने एक लिंक दी थी. इस लिंक को खोलकर एक एप के माध्यम से रुपये जमा कराए गए. मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करेंगे."

सायबर जालसाजों से कैसे बचें

सायबर क्राइम की घटनाओं से बचने के लिए पुलिस लगातार गाइडलाइन जारी करती है. इसके बाद भी खासे पढ़े लिखे लोग सायबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं. अगर आप भी सायबर ठगी की घटनाओं से बचना चाहते हैं तो क्या करें. हम बताते हैं-

  • मोबाइल या लैपटॉप पर भेजी गई लिंक को ओपन नहीं करें
  • अनजान लोगों का वाट्सएप कॉल या वीडियो कॉल रिसीव नहीं करें
  • अगर आपको कोई मोटा मुनाफा कमाने का लालच देता है तो सचेत हो जाएं.
  • अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी साझा न करें.
  • डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए कथित रूप से सीबीआई, ईडी या अन्य एजेंसियों के नाम पर धमकाने वालों से बातचीत तुरंत बंद कर दें.
  • अगर आपको कोई ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है तो तुरंत संबंधित पुलिस थाने में जाकर शिकायत करें.

इंदौर: इंदौर में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब जालसाजों के चक्कर में इंदौर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर फंस गए. ठगों ने डॉक्टर साहब को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर रातोंरात अरबपति बनने का झांसा देकर 3 करोड़ से ज्यादा रुपये ठग लिए. जालसाजों के लालच में कंगाल हुए डॉक्टर साहब पुलिस के पास पहुंचे. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

महिला ने वाट्सएप कॉल लगाया, फंस गए डॉक्टर साहब

मामले के अनुसार डॉक्टर को पिछले दिनों व्हाट्सएप पर एक महिला ने फोन लगाया और शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी. महिला ने बताया कि यदि आप ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल के माध्यम से शेयर में इन्वेस्ट करेंगे तो मोटा मुनाफा होगा. महिला की मीठी बातों में डॉक्टर साहब आ गए. इसके बाद डॉक्टर ने ढाई करोड़ से ज्यादा रुपये शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर ठगों द्वारा बताए गए एक एप के माध्यम से लगा दिए. कुछ ही दिन बाद एप पर डॉक्टर को मोटा मुनाफा शो होने लगा. इस पर डॉक्टर ने प्रॉफिट बुकिंग करने की कोशिश की.

मुनाफा वसूली की कोशिश में और रकम लगा दी

जब डॉक्टर ने मुनाफा वसूली की प्रक्रिया शुरू की तो जालसाज महिला व उसके साथियों ने इनकम टैक्स वह आरबीआई का हवाला देकर ये राशि निकालने के लिए कुछ और राशि निवेश करने को कहा. डॉक्टर ने वैसा ही किया. इस तरह से डॉक्टर से जालसाजों ने 3 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश के नाम पर एप के माध्यम से जमा करवा लिए. कुछ ही दिन में डॉक्टर को अपने साथ हुई ठगी का अहसास होने लगा. उन्होंने पूरे मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी से शिकायत की.

जालसाजों ने एक लिंक दी, इसी से हुआ सारा खेल

इस मामल में एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है "डॉक्टर की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है. पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि उसे व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से शेयर कारोबार में इन्वेस्ट करने के नाम पर रातोंरात अरबपति बनने का सपना दिखाया गया. जालसाजों ने एक लिंक दी थी. इस लिंक को खोलकर एक एप के माध्यम से रुपये जमा कराए गए. मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करेंगे."

सायबर जालसाजों से कैसे बचें

सायबर क्राइम की घटनाओं से बचने के लिए पुलिस लगातार गाइडलाइन जारी करती है. इसके बाद भी खासे पढ़े लिखे लोग सायबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं. अगर आप भी सायबर ठगी की घटनाओं से बचना चाहते हैं तो क्या करें. हम बताते हैं-

  • मोबाइल या लैपटॉप पर भेजी गई लिंक को ओपन नहीं करें
  • अनजान लोगों का वाट्सएप कॉल या वीडियो कॉल रिसीव नहीं करें
  • अगर आपको कोई मोटा मुनाफा कमाने का लालच देता है तो सचेत हो जाएं.
  • अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी साझा न करें.
  • डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए कथित रूप से सीबीआई, ईडी या अन्य एजेंसियों के नाम पर धमकाने वालों से बातचीत तुरंत बंद कर दें.
  • अगर आपको कोई ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है तो तुरंत संबंधित पुलिस थाने में जाकर शिकायत करें.
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