MP By Election 2024:मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीट विजयपुर और बुधनी के लिए आज उपचुनाव की वोटिंग हो रही है. दोनों ही विधानसभा के उपचुनाव में 31 दावेदार सियासी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. बुधनी में सबसे ज्यादा 20 उम्मीदवार मैदान में हैं तो वहीं विजयपुर में 11 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं. विजयपुर में 327 मतदान केंद्र तो बुधनी में 363 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. आज सभी 31 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी. 23 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे. दोनों ही जगह मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में है. दोनों ही विधानसभा सीटों पर डालते हैं एक नजर.
बुधनी सीट पर 20 उम्मीदवार मैदान में
बुधनी सीट पर कुल 20 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. बीजेपी से रमाकांत भार्गव और कांग्रेस से राजकुमार पटेल मैदान में हैं. उधर कांग्रेस से नाराज होकर अर्जुन आर्य समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बाकी प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है और अब वे केन्द्रीय कृषि मंत्री हैं. इसलिए यहां उपचुनाव हो रहा है.
बुधनी में 2.76 लाख मतदाता करेंगे फैसला
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 76 हजार 799 वोटर हैं, जो उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. इसमें 1 लाख 33 हजार 280 महिला मतदाता और 1 लाख 43 हजार 111 पुरूष मतदाता हैं. वहीं थर्ड जेंडर 06 और सर्विस वोटर 194 हैं. मतदान के लिए बुधनी में 363 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.
बुधनी का चुनावी इतिहास
बुधनी विधानसभा सीट पर पहला चुनाव साल 1957 में हुआ था और कांग्रेस की राजकुमारी सूरज काला ने जीता था. इसके बाद इस सीट पर कभी महिला उम्मीदवार नहीं जीती. बुधनी सीट पर 17 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इसमें से 11 चुनाव बीजेपी ने और 6 चुनाव कांग्रेस ने जीते हैं. बुधनी उपचुनाव को मिलाकर शिवराज अब तक 5 चुनाव जीत चुके हैं. 18 साल बाद ये पहला चुनाव है जब शिवराज बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं हैं. 2006 में हुए उपचुनाव के बाद 2008 का विधानसभा चुनाव, 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा को शामिल करें तो कुल 5 चुनाव शिवराज सिंह चौहान ने जीते हैं. 2023 के आखिरी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के विक्रम मस्ताल शर्मा को 1 लाख 4 हजार 974 वोटों से हराया था. बुधनी में 1998 का आखिरी चुनाव था जो कांग्रेस ने जीता था.
विजयपुर सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में
इस सीट से कुल 11 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यहां सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है. कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा और भाजपा के मंत्री रामनिवास रावत के बीच सीधी फाइट है. बता दें कि रावत कुछ समय पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और वे इसी सीट से विधायक भी थे. उनके इस्तीफे के कारण ही यह उपचुनाव हो रहा है. फिलहाल वे बीजेपी सरकार में मंत्री हैं और उनकी साख दांव पर लगी है. इस सीट से भारत आदिवासी पार्टी ने भी उम्मीदवार उतारा है.
विजयपुर में 2.54 लाख मतदाता करेंगे फैसला
विजयपुर विधानसभा सीट पर 2 लाख 54 हजार 817 मतदाता उम्मीदवारों की सियासी किस्मत का फैसला करेंगे. इनमें 1 लाख 21 हजार 1 महिला मतदाता हैं, जबकि 1 लाख 33 हजार 554 पुरूष मतदाता हैं. थर्ड जेंडर मतदात 2 और 103 सर्विस वोटर्स हैं. मतदान के लिए 327 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.
विजयपुर का चुनावी इतिहास
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा आदिवासी बहुल सीट है. यह सीट 1951 में आस्तित्व में आई और 1952 में यहां पहला विधानसभा चुनाव हुआ. पहला चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार बालमुकुंद ने जीता था. इस सीट पर अभी तक 15 बार चुनाव हो चुके हैं. इनमें से 8 बार कांग्रेस ने चुनाव जीता है. 6 विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में रामनिवास रावत ने ही जीते हैं, जो इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी 4 बार इस सीट पर कब्जा जमाने में सफल रही. बाकी चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रामनिवास रावत ने 18 हजार 59 वोटों से जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के बाबूलाल मेवरा को हराया था. बीजेपी उम्मीदवार सीताराम आदिवासी 2018 के चुनाव में यहां से जीते थे.