जयपुर: प्रदेश में आज से मानसून की सक्रियता और अधिक नजर आने वाली है. मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार सितंबर महीने के पहले सप्ताह में मेघ जमकर बरसेंगे और प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जाएगी. गौरतलब है कि मानसून सीजन को तीन महीने पूरे हो गए हैं. लगभग पूरे प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. इस दौरान नदी-नाले उफान पर हैं. अभी भी एक महीने का मानसून और शेष है. सितम्बर के अंतिम सप्ताह और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में मानसून विदा होना शुरू होगा. तब तक अच्छी बारिश की उम्मीद है. पूर्वानुमान के अनुसार सितंबर महीने में भी बारिश का रिकॉर्ड टूट सकता है. इसके पहले जुलाई और अगस्त में भी रिकॉर्ड टूट चुका है. अब तक पूरे प्रदेश में 49 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. राजस्थान में एक जून से लेकर एक सितम्बर तक बारिश का औसत 376 मिलीमीटर है, जबकि अब तक 561.40 मिमी बारिश हो चुकी है. इस बार मानसून का अलग पैटर्न देखने को मिल रहा है. प्रदेश के 33 जिलों में से केवल 4 जिलों में कम बारिश है. ये सभी चारों जिले सर्वाधिक बारिश वाले जिले हैं. इसमें बांसवाड़ा, झालावाड़, सिरोही और उदयपुर शामिल हैं.
9 जिलों में भारी बारिश की चेतवानी:मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के 9 जिलों में सोमवार को भारी बारिश की संभावना है. वहीं 18 जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं. आज बूंदी, सवाई माधोपुर, कोटा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर और भीलवाड़ा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जयपुर, जयपुर शहर, अलवर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, नागौर, अजमेर, बाड़मेर-जैसलमेर, बारां , झुंझुनूं , चूरू , पाली , राजसमंद , जालौर और सिरोही में येलो अलर्ट जारी किया गया है. यहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
प्रदेश में फिर सक्रिय हुआ मानसून, जानिए कब तक बरसने वाले हैं मेघ - weather in rajasthan
राजस्थान में एक हफ्ते तक कमजोर पड़े मानसून की सक्रियता एक बार फिर नजर आने लगी है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार आंध्र प्रदेश, दक्षिणी उड़ीसा से लगे बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन तंत्र का प्रभाव उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है. सिस्टम का अधिकतम प्रभाव राज्य पर दिखने वाला है. सोमवार को प्रदेश के 29 जिलों में बरसात को लेकर अलर्ट जारी किए गए हैं.
Published : Sep 2, 2024, 12:49 PM IST
पूर्वी राजस्थान में बरसेंगे मेघ:पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और कुछ स्थानों पर अगले एक सप्ताह तक भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की प्रबल संभावना है. इसके साथ ही 2-3 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. सप्ताह के आखिर तक कोटा, उदयपुर और अजमेर संभाग में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
रविवार को यहां बरसे मेघ: राजधानी जयपुर में रविवार शाम को बारिश का दौर चला और तेज बारिश हुई. बारिश के बाद कई जगह सड़कों पर पानी भर गया. वहीं बांसवाड़ा में 3 दिन बाद मानसून फिर से एक्टिव हुआ है. शहर में मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही कल रात से बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया. तेज हवाओं के साथ हो रही तेज बारिश से मौसम ठंडा हो गया और लोगों को उमस और गर्मी से मिली राहत मिली. जोधपुर के बिलाडा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अल सुबह से बारिश का दौर शुरू हो गया है. शहर में कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी है.
बारिश से 29 जिलों में 21 हजार किमी सड़क टूटी:राजस्थान में इस बार भारी बारिश से प्रदेश के 50 में से 29 जिलों में 21 हजार किलोमीटर से ज्यादा की सड़क टूटी है. जबकि 516 पुलिया क्षतिग्रस्त हुई है. यह आंकड़ा मुख्यमंत्री के निर्देश खुद सरकार ने जुटाया है. बारिश के हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि टूटी सड़कों का आंकड़ा 50 हजार किमी के पार जा सकता है. गौरतलब है कि PWD विभाग के अधीन 1 लाख 87 हजार किलोमीटर सड़क हैं. इनमें ग्रामीण सड़कों से लेकर स्टेट हाईवे और कुछ किलोमीटर के नेशनल हाईवे शामिल है. ज्यादा नुकसान होने पर बारिश के बीच ही सरकार ने टूटी सड़कों का आकलन करना शुरू करवाया है. सरकार की रिपोर्ट के आधार पर सड़क पेचवर्क का काम एक सितंबर से 25 अक्टूबर तक चलेगा.