कोटा: राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार बुधवार को कोटा दौरे पर रहीं. उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सफाईकर्मियों की वर्तमान हालात पर चर्चा की.
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वाल्मीकि समाज के अलावा अन्य समाज के लोग यदि सफाईकर्मियों के लिए आवेदन कर रहे हैं तो अच्छी बात है, लेकिन यह सोच लेना चाहिए कि उन्हें काम सफाई का ही करना पड़ेगा. यह सोचकर आवेदन कर रहे हैं कि वाहन चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर या ऑफिस में बाबू बन जाएंगे तो यह नहीं होगा. मैंने सभी नगरीय निकायों को हिदायत भी दी है कि सफाईकर्मी के पद पर लगे लोगों को मूल कार्य में ही लगाया जाएं. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में होने वाली भर्ती के लिए भी यही प्रक्रिया रहनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि सफाई का काम केवल एक समाज का ही नहीं है, यदि अन्य लोग उसमें भर्ती हो रहे हैं तो उन्हें उस काम से जुटना चाहिए. उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने अस्पतालों और अन्य जगहों पर लगे हुए स्थाई कर्मचारियों को पूरी सैलरी नहीं मिलने की शिकायत भी अधिकारियों से की. उन्होंने कहा कि सभी को पीएफ की स्लिप के साथ-साथ पे स्लिप भी मिलनी चाहिए, ताकि उन्हें यह पता रहे कि उनका कितना पैसा जमा हो रहा है और कितनी उन्हें सैलरी मिल रही है.
ठेकेदार करते हैं गड़बड़ी: संवेदक अधिकांश जगहों पर इस तरह की गड़बड़ी करते हैं, जिनकी शिकायत हमारे पास आती है. इस पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए यह भी कहा कि मशीन से ही काम सीवरेज की सफाई का होना चाहिए. लोगों के घरों में भी सीवरेज सफाई का काम जा रहा है तो मशीन से होना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का भी यह दिशा निर्देश है. मैन्युअल किसी मजदूर से कार्य नहीं करना चाहिए. बड़े व बंद नालों की सफाई में भी यही कार्य होना चाहिए.
डीपीसी के संबंध में निर्देश: पंवार ने कहा कि छोटी-छोटी कई तरह की शिकायत आई है. सफाईकर्मियों की डीपीसी के संबंध में भी दिशा-निर्देश दिए और कहा कि 26 जनवरी के बाद कार्य शुरू हो जाएगा. राजस्थान की सफाई कर्मियों की भर्ती पर ज्यादा वह नहीं बोली, लेकिन इतना कहा कि भर्ती हो जाएगी. राज्य सरकार इस पर कार्य कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जो पहले रिव्यू मीटिंग ली थी, उसकी पालना रिपोर्ट भी मांगी है.