कुपवाड़ा में शहीद मोहित राठौर का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (Video Credit; ETV Bharat) बदायूं :जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए जवान मोहित राठौर का पार्थिव शरीर रविवार को इस्लामनगर कस्बे स्थित उनके गांव सभानगर में लाया गया. इस दौरान शहीद मोहित राठौर के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हर किसी की आंखें नम थीं. सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. मोहित के पिता ने मुखाग्नि दी.
शहीद मोहित राठौर को अंतिम विदाई देने के लिए गांव के ही नहीं, आसपास के इलाके से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. हर तरफ भारत माता की जय और शहीद मोहित अमर रहें, के नारे गूंजते रहे. मोहित को अंतिम विदाई के समय मौजूद सभी लोगों की आंखें नम थीं. शहीद की बहन ने कहा कि भाई जाने का गम भुलाए नहीं भूलेगा. मोहित इकलौता भाई था. उनके अलावा एक बहन और है. मां का निधन पहले ही हो चुका है.
कहा कि भाई की याद में गांव में सरकार कम से कम एक पार्क बनवा दे और उसकी मूर्ति लगवा दे. कहा कि परिवार में लोगों को पता ही नहीं था कि मोहित जम्मू-कश्मीर में तैनात है. उन्हें यही जानकारी थी कि मोहित राजस्थान में तैनात है. करीब 5 महीने पहले मोहित जम्मू-कश्मीर गया था.
मोहित राठौर के अंतिम दर्शन को पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि सभानगर एक ऐसा गांव है, जहां से लगभग 12 लोग देश की सेवा में तैनात हैं. कहा कि जनपद वासियों के साथ-साथ पूरा देश मोहित राठौर के इस बलिदान को नमन कर रहा है.
बता दें कि आतंकियों से लोहा लेते हुए जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में बदायूं के मोहित राठौर ने शहादत पाई. शनिवार सुबह आतंकियों से हुई मुठभेड़ में उनको गोली लगी थी. मच्छल सेक्टर में सेना को आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला था.
मोहित अपने घर-परिवार में इकलौते थे. लगभग डेढ़ वर्ष पहले नत्थू सिंह के बेटे मोहित की शादी हुई थी. मोहित की शहादत पर परिवार पर कोहराम मचा है. इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गांव सभानगर में सैनिक सम्मान के साथ शहीद मोहित का अंतिम संस्कार किया गया.
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