शिमला: विधानसभा के सत्र के दौरान विधायक विभिन्न विषयों पर सरकार से जानकारी हासिल करने के लिए सवाल पूछते हैं. अक्सर ये पाया जाता है कि सरकार जिस सवाल का जवाब नहीं देना चाहती, उसमें कह दिया जाता है कि सूचना एकत्रित की जा रही है.
इसे लेकर सदन में विधायक सरकारों की मंशा पर सवाल भी उठाते हैं. सरकार चाहे किसी की भी हो, ये सिलसिला जारी रहता है. हाल ही में हिमाचल विधानसभा का मानसून सेशन संपन्न हुआ. बेशक ये रिकॉर्ड 11 दिन चला, लेकिन इसमें अंतिम दिन कई सवालों के जवाब में सरकार की तरफ से ये जवाब आया कि सूचना एकत्रित की जा रही है. यहां ऐसे कुछ उदाहरणों को आगे दर्ज किया जा रहा है.
कुल्लू से कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने एक अहम जानकारी चाही थी. विधायक गौड़ ने अतारांकित प्रश्न संख्या 407 में वित्त विभाग से संबंधित सवाल किया था. दो हिस्सों में बंटे सवाल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से जानना चाहा था कि प्रदेश में कितने अधिकारी व कर्मचारी कपल यानी पति-पत्नी ऐसे हैं, जो एक ही स्थान पर कार्यरत हैं. यानी कितने अफसर व कर्मचारी कपल एक ही स्थान पर सेवाएं दे रहे हैं साथ ही गौड़ ने ये जानना चाहा था कि तीन साल के अंतराल में उनके मकान व चिकित्सा भत्ते पर सरकार ने कितना खर्च किया. इसका जवाब महज एक पंक्ति में आया-सूचना एकत्रित की जा रही है.
सुधीर शर्मा के सवाल में भी वही जवाब
धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने सवाल किया था कि सरकारी विभागों, आयोगों, निगमों व बोर्डों में कितने अफसर व कर्मचारी कार्यरत हैं. इन सभी में कितने पेंशनर्स व फैमिली पेंशनर्स हैं और उनका मासिक पेंशन बिल कितना है. इसका जवाब भी यही था-सूचना एकत्रित की जा रही है.