मंडी:"मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है". इस कहावत को चरितार्थ किया है मंडी जिले के एक किसान की बेटी ने. बल्ह उपमंडल की करिश्मा का सलेक्शन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के लिए हुआ है. करिश्मा की इस उपलब्धि से उनके परिवार सहित पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है.
मंडी जिला में किसान की बेटी ने जिला का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है. बल्ह उपमंडल के कोठी गैहरी गांव की करिश्मा का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के लिए हुआ है. करिश्मा का लेफ्टिनेंट बनने का सपना एनसीसी के माध्यम से पूरा होने जा रहा है. करिश्मा दिसंबर महीने से अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी चेन्नई से अपना ऑफिसर प्रशिक्षण प्राप्त करेगी. करिश्मा की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है.
किसान की बेटी करिश्मा सेना में बनेगी लेफ्टिनेंट (ETV Bharat) रिवालसर स्थित कोठी गैहरी गांव के साधारण और किसान परिवार में जन्मी करिश्मा ठाकुर ने साल 2020 में कोठी गैहरी सरकारी विद्यालय से बारहवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद करिश्मा ने अपनी स्नातक तक की शिक्षा वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी से प्राप्त की. साथ ही करिश्मा अपनी मास्टर की पढ़ाई भी कर रही है, वह मास्टर डिग्री क अंतिम वर्ष में पढ़ रही है.
करिश्मा ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश का नाम किया रोशन (ETV Bharat) करिश्मा ठाकुर के सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर उनकी मां द्रुमति देवी और उनके भाई तनूज ने खुशी जाहिर की है. करिश्मा ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय परिवार और शिक्षकों को दी है. करिश्मा ने कहा, "इंसान को जिंदगी में छोटे-छोटे लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना चाहिए. इन लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए इंसान को पहले सहज होने ही आवश्यकता होती है, तभी सभी लक्ष्यों को पूर्ण किया जा सकता है".
ये भी पढ़ें:हिमाचल में जानें कब होगी BPL परिवारों की सूची समीक्षा? डेढ़ साल से लोगों को ग्रामसभा बैठक का इंतजार