बेतिया:देश में लोकसभा का चुनाव हो रहा है. बिहार में तीन चरणों की वोटिंग हो चुकी है. ऐसे में बेतिया से बड़ी खबर आ रही है. बेतिया से पखनाहा जाने वाले 10 किलोमीटर मेन रोड जर्जर हो चुकी है. इसको लेकर चुनाव से पहले लोगों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि विकास के दावे किये जाते हैं, लेकिन यह विकास का दावा धरे के धरे रह जाता है. यहां लोगों ने सड़क को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया और कहा कि वोट के समय ही नेता जी को हमारी याद आती है.
बेतिया में जर्जर सड़क से ग्रामीण नाराज: नाराज ग्रामीणों ने कहा कि विकास के नाम पर बैरिया में कुछ हुआ नहीं है. सड़क खराब हो गई है. नेता जी वोट के लिए व्याकुल है. हमलोग 30 वर्ष से वोट दे रहे हैं. जो सांसद काम नहीं करेंगे तो इसबार वोट नहीं देंगे. इस बार हम बदलाव करेंगे. यहां के लोग बरसात के समय परेशान हो जाते हैं. यहां हल्की बारिश में सड़क पर जल जमाव हो गया हैं. सड़क पर एक फिट पानी चल रहा हैं. ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग कर रहें हैं.
"सड़क खराब हो गई है. चुनाव के वक्त ही नेता जी हमलोग को याद करते हैं. नेता जी वोट के लिए व्याकुल है. हमलोग 30 वर्ष से वोट दे रहे हैं. जो सांसद काम नहीं करेंगे तो इसबार वोट नहीं देंगे."- सथानीय
'नेता जी सिर्फ वादा करते हैं' : लोगों का कहना है कि लगातार हम लोग यहां के विधायक और सांसद से इस सड़क के निर्माण की मांग कर रहे हैं. लेकिन कोई भी सुनने के लिए तैयार नहीं है. सिर्फ वादा करते हैं और चले जाते हैं. यहां के लोगों ने साफ कह दिया है कि इस बार बदलाव जरूरी है. क्योंकि सिर्फ विकास के दावे किए जाते हैं, लेकिन विकास होता नहीं है. यहां की जर्जर सड़कें साफ बयां कर रही है कि यहां पर विकास क्या हुआ है. सड़कों पर पानी पानी जमा रहता है. थोड़ी सी बारिश में सड़क का पता नहीं चलता है.