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दलित बस्ती में पढ़ाना हो या बाढ़ पीड़ितों को राशन बांटना, सामाजिक कार्यों में आगे है राष्ट्रपति से सम्मानित अनीशा - Social Work Kumari Anisha

By ETV Bharat Bihar Team

Published : 4 hours ago

President Award To Kumari Anisha: छपरा की बेटी कुमारी अनीशा देश-दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाना चाहती है. दलित बस्ती में जाकर गरीब बच्चों को पढ़ाना हो या बाढ़ पीड़ितों के बीच राशन बांटना हो, राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हो चुकी अनीशा हर सामाजिक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं.

Social Work Kumari Anisha
छपरा की कुमारी अनीशा (ETV Bharat)

छपरा:बिहार की बेटियों ने हमेशा ही राज्य और देश का नाम रोशन किया है. इसी कड़ी में बात छपरा की, जहां की कुमारी अनीशा को सामाजिक सरोकार के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पुरस्कार भी मिल चुका है. छपरा शहर की एक और बेटी ममता को भी यह सौभाग्य मिला है और वह भी राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं. ममता इस समय बीएसएफ के बिहटा में ट्रेनिंग कर रही हैं, जबकि अनीशा भी सरकारी सेवा के लिए लगातार परीक्षा दे रही है.

सामाजिक कार्य में है अनीशा की रुचि: छपरा शहर के मौना पकड़ी मोहल्ले की रहने वाली कुमारी अनीशा एक आइकन है. शहर में कोई भी ऐसा सार्वजनिक और सामाजिक काम नहीं है, जिसमें कुमारी अनीशा की सहभागिता नहीं हो, चाहे वह दलित बस्ती के बच्चों को रोज शाम को पढ़ना हो या बाढ़ पीड़ितों के बीच जाकर राशन बांटना हो. इसके अलावा जिला स्तर पर कोई भी कैंपेन, आर्ट और कल्चर के माध्यम से कोई संदेश देना, या शास्त्रीय संगीत की बात हो उसमें छपरा की यह बेटी आपको जरूर नजर आएगी.

छपरा की कुमारी अनीषा (ETV Bharat)

देश की सेवा का है सपना: माता-पिता की दो बेटियों में छोटी बेटी अनीशा आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. उसका कहना है कि सामाजिक सरोकार के बदौलत वे जिले या प्रदेश का नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय की एनएसएस की छात्रा रही अनीशा पढ़ने में भी काफी तेज हैं. उन्होंने बताया कि उनका सपना आईपीएस या आईएएस बनकर देश की सेवा करने का है. इसके लिए वे जी जान से प्रयास कर रही हैं. वो अपने खाली समय में गरीब बच्चों की भी शाम शिक्षा देती हैं.

अनीशा ने जीते कई मेडल (ETV Bharat)

"मेरा सपना है कि मैं आईपीएस या आईएएस बनकर देश की सेवा करूं. सभी गरीब बच्चों और लोगों की मदद करूं. मुझे अपनी सोसाइटी, जिले और देश के लिए बहुत कुछ करना है."-कुमारी अनीशा, राष्ट्रपति से पुरस्कृत

शास्त्रीय नृत्य में भी है रुचि (ETV Bharat)

माता-पिता को बेटी पर गर्व: उनके माता-पिता को अपनी इन दोनों बेटियों पर काफी गर्व है. वहीं उनके माता-पिता ने अपनी दोनों बेटियों की परवरिश बेटों की तरह की है और अपने दोनो बेटियों को ही बेटा मानते हैं. इस छोटी लाडली बेटी पर उन्हें काफी गर्व है. वे चाहते हैं कि उनकी बेटी जल्द से जल्द किसी अच्छे ओहदे पर अपनी मेहनत से काबिज हो जाए ताकि उन्हें बुढ़ापे में चैन मिल सके.

राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर (ETV Bharat)

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