कोटा-बूंदी सीट पर इस बार लगेगी हैट्रिक, जानें भाजपा-कांग्रेस का सियासी समीकरण - Kota Bundi Lok Sabha Result - KOTA BUNDI LOK SABHA RESULT
Kota Bundi Lok Sabha Result, कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर भाजपा के ओम बिरला और कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल के बीच मुकाबला है. यहां कुल 14 लाख 80 हजार मतदाताओं ने इस बार वोटिंग की है. वहीं, अगर भाजपा के ओम बिरला यहां से जीत दर्ज करने में कामयाब होते हैं तो उनकी हैट्रिक होगी और यदि कांग्रेस विजयी होती है तो इतिहास बनेगा. इतिहास तो कांग्रेस की पराजय पर भी बनेगा, क्योंकि अगर प्रहलाद गुंजल इस चुनाव में हारेंगे तो ये उनकी हार की हैट्रिक होगी.
कोटा. कल लोकसभा चुनाव का परिणाम आ रहा है. इसके साथ ही कोटा-बूंदी सीट पर भी हार-जीत का फैसला होगा. यहां भाजपा के ओम बिरला और कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल के बीच मुकाबला है. इस बार क्षेत्र में कुल 14 लाख 80 हजार मतदाताओं ने वोटिंग की है. ऐसे में अगर इस सीट पर भाजपा जीत दर्ज करने में कामयाब रहती है तो ओम बिरला यहां जीत की हैट्रिक लगाएंगे और गुंजल चुनाव हारते हैं तो उनकी हार की हैट्रिक होगी. वहीं, अगर कांग्रेस चुनाव जीती तो एक बड़ा उलटफेर साबित होगा.
भाजपा और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों के अलावा करीब 13 अन्य उम्मीदवार मैदान में हैं. इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं. यहां तक कि उनके समर्थक भी यही बात कर रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक धीरेंद्र राहुल का कहना है कि कोटा में इस बार भी सबसे बड़ा मुद्दा हवाई अड्डे का रहा. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास भी एक बड़ा मुद्दा था. उनका यह भी मानना है कि कुछ हद तक भाजपा सरकार के खिलाफ 10 साल की एंटी इनकंबेंसी भी देखने को मिली है. ऐसे में अब कितने वोट भाजपा और कांग्रेस को इन मुद्दों पर मिले हैं. यह मतगणना के बाद ही साफ हो पाएगा.
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक धीतेंद्र शर्मा ने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण हमेशा से ही मुद्दा रहा है. बीते चुनाव की तरह ही इस बार भी यह मुद्दा प्रभावित रहा. एक बड़े वर्ग में रोष भी अंडर करंट के रूप में सामने आया है. इस बार उम्मीदवार आधारित वोटिंग हुई है, जिसमें इधर से उधर वोटिंग शिफ्ट हुई है. यह दोनों पक्षों की तरफ से हुआ है. जातिगत फैक्टर भी कोटा-बूंदी सीट पर असरदार रहा है.
सबसे ज्यादा बूंदी में राउंड, सबसे कम कोटा दक्षिण में :कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी के अनुसार कोटा बूंदी लोकसभा सीट की मतगणना जेडीबी गर्ल्स कॉलेज कोटा में आयोजित हो रही है. हर विधानसभा के अनुसार मतगणना होगी, जिसमें एक विधानसभा के ईवीएम के वोटों की गणना एक कमरे में होगी. एक बार में 14 ईवीएम मशीन के वोट गिने जाएंगे. इसके अलावा 27 टेबल पर पोस्ट बैलट की गणना होगी. इसके अलावा आर्म्ड फोर्स के वोट भी गिने जाएंगे. सबसे ज्यादा बूंदी में 24 राउंड में मतगणना होगी. इसके अलावा सबसे कम कोटा दक्षिण में 16 राउंड पर काउंटिंग होगी.
सुबह 8:30 बजे पहला रुझान, 11 बजे तक हो जाएगी तस्वीर साफ :जेडीबी गर्ल्स कॉलेज में मतगणना सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. इसके लिए करीब 3000 से ज्यादा कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा 1000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी परिसर में मौजूद रहेंगे. प्रशासन के अनुसार पहले रुझान करीब 8:30 के आसपास आएगा. ईवीएम और पोस्ट बैलेट की गणना एक साथ होगी. ऐसे में करीब 11 बजे तक यह साफ हो जाएगा कि कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कौन सा प्रत्याशी लीड कर रहा है या कौन पिछड़ रहा है. वहीं, अंतिम फैसला दोपहर 1 बजे के बाद सामने आएगा. इसमें 156 राउंड में 2128 ईवीएम मशीनों के वोटों की गणना होगी. इसके अलावा करीब 13500 सर्विस वोट भी गिने जाएंगे.
काउंटिंग एजेंट को दिया प्रशिक्षण :भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के काउंटिंग एजेंट को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों ने प्रशिक्षण भी दिलाया है. दोनों ही राजनीतिक दलों के करीब 140-140 एजेंट के पास बनवाए गए हैं. इन सभी को प्रशिक्षण के साथ-साथ काउंटिंग की पूरी प्रक्रिया भी राजनीतिक दलों ने समझाई है. जिला कलेक्टर डॉ. गोस्वामी ने साफ कर दिया है कि काउंटिंग के लिए सुबह 7 बजे एजेंट को काउंटिंग रूम में प्रवेश दिया जाएगा. एजेंट मोबाइल लेकर अंदर प्रवेश नहीं कर पाएगा. वहीं, मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंधित होंगे. सभी को जारी किए गए पास के साथ ही प्रवेश दिया जाएगा.
जानें किस विधानसभा में कितने राउंड में कितनी EVM के वोटों की मतगणना होगी.