कुल्लू: जिला की पुरातन राजधानी नग्गर के साथ लगते शरण गांव को साल 2020 में हथकरघा गांव के नाम उपाधि मिली है. वहीं, आज इस गांव में हस्तशिल्प केंद्र का शुभारंभ किया गया. इस कार्यक्रम में सांसद कंगना रनौत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. इस दौरान उनके साथ मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ भी मौजूद रहे.
वहीं इस दौरान सांसद कंगना रनौत ने स्थानीय महिलाओं के द्वारा खड्डी पर बुने जा रहे ऊनी वस्त्रों के बारे में भी जानकारी ली और महिलाओं को आश्वस्त किया कि जल्द ही यहां के ऊनी वस्त्र भारत के सभी राज्यों में अपनी अलग पहचान बनाएंगे.
ऊनी वस्त्रों के लिए देशभर में पहचान बनाएगा हिमाचल
कंगना रनौत ने कहा कि देश के कई राज्य ऐसे हैं जो अपने हस्तशिल्प और हथकरघा के लिए पहचाने जाते हैं. ऐसे में सर्दियों में हिमाचल प्रदेश के ऊनी कपड़ों की डिमांड विदेश में काफी अधिक रहती है, लेकिन अब ऊनी कपड़ों के लिए हिमाचल प्रदेश भी देश के विभिन्न राज्यों में विशेष पहचान बनाएगा. इसके लिए भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के द्वारा लगातार काम किया जा रहा है.
मनाली बर्फबारी में एक बेहतर पर्यटन स्थल
हिमाचल प्रदेश की संस्कृति और यहां के रीति रिवाज को देखने के लिए देश दुनिया से सैलानी यहां पर आते हैं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का हथकरघा और हस्तशिल्प भी अपनी एक अलग पहचान रखता है. वहीं, मनाली में सोमवार को हुई बर्फबारी को देखते हुए कंगना रनौत ने सैलानियों से भी आग्रह किया है कि मनाली में अब बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है और मनाली बर्फबारी के दिनों में एक बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है. ऐसे में सैलानी मनाली जरूर आएं और बर्फबारी के बीच अपनी छुट्टियों का आनंद भी लें.
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