धौलपुर : जिले के दौरे पर बुधवार को पहुंचे जिला प्रभारी एवं गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम एवं प्रभारी सचिव पी रमेश ने निवेशकों के साथ 600 करोड़ रुपए के एमओयू किए हैं. इस दौरान मंत्री ने निवेशकों के साथ बैठक कर राजस्थान को स्वर्णिम प्रदेश बनाने की बात कही. जिला प्रभारी एवं गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि राजस्थान के धौलपुर जिले में निवेशकों ने जिले के विकास और युवाओं को रोजगार देने के लिए 600 करोड़ का एमओयू किया है.
बेढम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सोच राजस्थान प्रदेश को विकास के क्षेत्र में नंबर वन बनाना है. इसके लिए विभिन्न क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत होने के साथ औद्योगिक विकास होना चाहिए, जिससे राजस्थान प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और राजस्थान के नौजवानों को रोजगार मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि इकाइयां स्थापित होने से रोजगार सृजित होंगे. होटल, मार्केटिंग, एक्सपोर्ट इंपोर्ट आदि में इजाफा होगा.
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम (ETV Bharat Dholpur) इसे भी पढ़ें-धौलपुर में बोले जिला प्रभारी मंत्री, 'बजट घोषणाओं को धरातल पर लागू कर प्रदेश को बनाएंगे नंबर वन' - Minister Met Officers in Dholpur
निवेशकों को हर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी : मंत्री जवाहर सिंह ने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने विश्व के अनेक देशों में भ्रमण कर निवेशकों को राजस्थान में बुलाया है. उन्होंने कहा कि अभी तक राजस्थान में 12 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू हो चुके हैं. इनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने कहा कि निवेशकों को सुरक्षा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. बिजली की निर्बाध आपूर्ति, पानी की व्यवस्था और कनेक्टिविटी निवेशकों को उपलब्ध कराई जाएगी.
पेपर लीक माफिया के खिलाफ हो रही कार्रवाई :जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि गत 10 महीने में मुख्यमंत्री ने राजस्थान की जनता और युवाओं के हितों के लिए काम किया है. सरकार ने पेपर लीक माफियाओं को जेल में भेजने का काम किया है. माफियाओं के खिलाफ सरकार की कार्रवाई लगातार चल रही है. विकास की संभावनाओं को धरातल पर लाने का काम किया गया है. इसके अलावा बजट घोषणाओं के अंतर्गत सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा आदि घोषणाओं को सरकार द्वारा धरातल पर पूरा किया जा रहा है. इस अवसर पर प्रभारी सचिव पी रमेश, जिला कलेक्टर श्री निधि बीती, पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा और तमाम निवेशक मौजूद रहे.