जबलपुर। बिजली विभाग के दफ्तर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की. इसके बाद कोतवाली थाने में बिजली विभाग के दो कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया. जबकि पूरे मामले की कहानी भाजपा के एक कार्यकर्ता पुष्पेंद्र सिंह की बिजली चोरी से जुड़ी हुई है. वहीं अपने एक कार्यकर्ता को बचाने के लिए जबलपुर के तीन विधायक सड़क पर बैठकर धरना देने को तैयार हो गए. बिजली विभाग के कर्मचारियों की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने बिजली चोरी का प्रकरण बना दिया था.
भाजपा नेता पुष्पेंद्र सिंह पर लगा 25 लाख का जुर्माना
जबलपुर के विजयनगर इलाके में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पुष्पेंद्र सिंह एक कॉलोनी बना रहे हैं, जो की अवैध है. इस कॉलोनी में बिजली चोरी के कई प्रकरण दर्ज हुए हैं. इसकी वजह से पुष्पेंद्र सिंह के ऊपर लगभग 25 लाख रुपए का जुर्माना और बिल जबलपुर बिजली विभाग द्वारा जारी किया गया था.
बिजली ऑफिस में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़
जबलपुर में बिजली विभाग के ऑफिस में विद्युत विभाग के इंचार्ज संजय अरोड़ा अपने कर्मचारियों के साथ बैठक कर रहे थे. इसी दौरान भाजपा के एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता ऑफिस में घुसे और कुर्सियां फेंकना शुरू कर दी. वहीं दफ्तर में रखा फर्नीचर तोड़ दिया है. इत्तेफाक से मीटिंग का वीडियो बनाया जा रहा था जिसमें यह पूरी घटना कैद हो गई.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोपों को बताया गलत
इस पूरे मामले में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ करने की झुठला दिया है. उनका कहना है कि आम उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है इसलिए वे विरोध करने आए थे. उन्होंने ऑफिस में किसी तरह की तोड़फोड़ नहीं की है. कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर ही दफ्तर में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा दिया है.